मुंबई : महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजित पवार को महाराष्ट्र भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (MACB) से सिंचाई घोटाला में बड़ी राहत मिली है. उनके खिलाफ घोटाला मामले को आधिकारिक तौर पर बंद कर दिया गया है. बताया जा रहा है कि इस घोटाले में उनके खिलाफ कोई सबूत नहीं मिला है.
उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार, सोशल मीडिया पर प्रसारित होने वाले मामलों की सूची में कोई भी मामला महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री पवार के खिलाफ कथित रूप से सिंचाई भ्रष्टाचार के मामले से संबंधित नहीं है. ब्यूरो के सूत्रों का कहना है कि जो मामले बंद थे वे सशर्त थे. यदि मामले में अधिक जानकारी प्रकाश में आती है या अदालतें आगे की जांच का आदेश देती हैं. ब्यूरो के महानिदेशक, परमबीर सिंह ने कहा कि हम सिंचाई संबंधी शिकायतों में लगभग 3000 निविदाओं की जांच कर रहे हैं. ये नियमित पूछताछ हैं जो बंद हैं और सभी चल रही जांच जारी है.