* मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की सरकार ने एक दिलचस्प रिकॉर्ड बनाया है. देवेंद्र की अगुआई में देश की दूसरी सबसे कम समय की सरकार बनी. फडणवीस तीन दिनों तक महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रहे. इससे पहले कर्नाटक में दो दिनों के अंदर सरकार गिर गयी थी.
* फडणवीस ने कहा, हम एक मजबूत विपक्ष के रूप में काम करेंगे. उन्होंने शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी गठबंधन पर हमला करते हुए कहा, उन्होंने पूरा अस्तबल ही खरीद लिया.
* फ्लोर टेस्ट से पहले अजित पवार ने मेरे सामने आकर कहा कि मैं इस सरकार में नहीं रह सकता. यह कह कर उन्होंने मेरे सामने अपना इस्तीफा दिया. भाजपा के पास बहुमत का आंकड़ा नहीं है, इसलिए मैं राज्यपाल के पास जाकर अपना इस्तीफा सौंप दूंगा. तीन पहियों वाली गाड़ी जो तीनों तीन दिशा में आगे बढ़ेगी. इसलिए आने वाली सरकार की क्या दिशा होगी इसपर अभी कुछ नहीं कह सकता. फडणवीस ने कहा, हमने पांच साल में पूरी क्षमता से काम किया. इसका प्रमाण रहा कि यहां की जनता ने भाजपा को सबसे अधिक वोट देकर सबसे बड़ी पार्टी बनाया. मैं महाराष्ट्र की जनता का आभार जताता हूं.
* शिवसेना ने पहले दिन से ही भाजपा के साथ सौदेबाजी की. उसने साफ कर दिया था कि भले ही भाजपा के साथ उसने चुनाव लड़ा, लेकिन जो पार्टी उसे मुख्यमंत्री पद देगी उसी के साथ वो जाएगी. फडणवीस ने शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस गठबंधन पर हमला करते हुए कहा, तीन पहियों वाली सरकार नहीं चलेगी.
* अजित पवार के बाद सीएम देवेंद्र फडणवीस ने भी दिया इस्तीफा. उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपने इस्तीफे का ऐलान किया. थोड़ी देर में राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप देंगे. उन्होंने आगामी सरकार को शुभकामनाएं दी. इसके साथ ही उन्होंने शिवेसना, कांग्रेस और एनसीपी के साथ पर हमला किया और कहा, अलग-अलग विचारधारा की पार्टी साथ आये.
* महाराष्ट्र विधानसभा की चुनाव में भाजपा और शिवसेना गठबंधन को दिल खोलकर वोट किया. जनता ने भारत और शिवसेना को सरकार बनाने के लिए चुना. भाजपा का स्ट्राइक रेट सबसे अच्छा था. शिवसेना को स्ट्राइक रेट कम था. हमने एक स्थासी सरकार बनाने की कोशिश की, लेकिन शिवसेना ऐसी मांग पर अड़ी रही जिसके बारे में पहले कोई बात नहीं हुई थी. जो तय नहीं हुआ था उसे शिवसेना भाजपा के ऊपर थोपने का काम किया. फडणवीस ने कहा, जो भी बात थी उसे हमशे करने की बजाए शिवसेना कांग्रेस और एनसीपी से करने लगी.
जब शिवसेना के साथ बात नहीं बनी तो हमने राज्यपाल के बुलावे पर भी सरकार बनाने से इनकार कर दिया. भाजपा के इनकार के बाद राज्यपाल ने शिवसेना को मौका दिया, फिर एनसीपी को. लेकिन जब सरकार नहीं बन पायी तो राज्यपाल ने राज्य में राष्ट्रपति शासन लगा दिया.
* शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा, अजित पवार हमारे साथ हैं. उन्होंने कहा, उद्धव ठाकरे अगले पांच साल के लिए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री होंगे.
मुंबई:महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मंगलवार दोपहर राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को अपना इस्तीफा सौंप दिया. राजभवन द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक, फडणवीस ने राज्यपाल से भेंट की और अपना इस्तीफा सौंपा.
इससे पहले उन्होंने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि अजित पवार के अपने पद से इस्तीफा देने के बाद उनके पास संख्या बल नहीं रह गया है और वह राज्यपाल से मिलकर अपना इस्तीफा सौपेंगे.
अजित पवार ने पिछले सप्ताह ही भाजपा के खेमे में आकर शनिवार सुबह फडणवीस के साथ शपथ ली थी. फडणवीस ने कहा कि सुबह अजित पवार उनसे मिले थे और उन्होंने अपना इस्तीफा सौंपा था. उन्होंने कहा कि उपमुख्यमंत्री पद से अजित पवार के इस्तीफे के बाद हमारे पास बहुमत नहीं है.
उन्होंने कहा कि हमें महसूस हुआ कि हमारे पास संख्या बल नहीं है और हम खरीद-फरोख्त में शामिल नहीं होना चाहते इसलिये यह फैसला किया. फडणवीस ने कहा कि उनकी पार्टी खरीद-फरोख्त में शामिल नहीं होगी और जवाबदेह विपक्ष के तौर पर काम करेगी.
उन्होंने कहा कि भाजपा विपक्ष के रूप में जनता की आवाज बनेगी. फडणवीस के इस्तीफे का स्वागत करते हुए राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से अनुरोध किया कि वह फडणवीस का इस्तीफा तुरंत स्वीकार कर शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस गठबंधन के नेता उद्धव ठाकरे को सरकार बनाने के लिये आमंत्रित करें.
इससे पहले शिवसेना सांसद संजय राउत ने मंगलवार को कहा था कि अजित पवार ने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. राउत ने कहा, अजित दादा ने इस्तीफा दे दिया है और अब वह हमारे साथ हैं. उद्धव ठाकरे अब अगले पांच वर्ष तक महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री होंगे.
महाराष्ट्र में गत शनिवार सुबह आठ बजे राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने यहां राजभवन में फडणवीस और पवार को क्रमश: मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री पद की शपथ दिलवाई थी.
राज्यपाल के फैसले के खिलाफ शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस ने शीर्ष अदालत का रुख किया था, जिसके बाद आज मंगलवार को न्यायालय ने फडणवीस के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार को बुधवार पांच बजे तक शक्ति प्रदर्शन करने का निर्देश दिया था.
इस बीच, शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे ने कहा कि उद्धव ठाकरे की पार्टी के नेतृत्व वाले गठबंधन के पास महाराष्ट्र विधानसभा में बहुमत साबित करने के लिए 162 विधायकों का समर्थन है और ऐसे में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को पद से इस्तीफा देना चाहिए. उन्होंने दावा किया कि शक्ति परीक्षण के दौरान शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस के महा विकास आघाडी के पास 170 विधायकों का समर्थन होगा.