नयी दिल्ली : महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए कई दिनों से चल रहे जोड़-घटाव के बीच भाजपा के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस्तीफा दे दिया. पहले राकांपा के अजित पवार ने डिप्टी सीएम के पद से इस्तीफा दिया. इसके बाद देवेंद्र फडणवीस ने बहुमत नहीं होने की बात कहकर मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दिया. अब प्रदेश को नयी सरकार मिलेगी. लेकिन इस पूरे घमासान के बीच एनडीए को झटका लगा है.
साल 2017 की बात करें तो एनडीए की 72 फीसदी आबादी पर शासन था. लेकिन अब यह सिर्फ 41 फीसदी आबादी तक सीमित होकर रह गया है. 11 महीनों में एनडीए ने चार बड़े राज्यों मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र में सत्ता गंवाई है.
हालांकि, सिक्किम और मिजोरम एनडीए के खाते में आये हैं. 17 राज्यों में अभी एनडीए की सरकार है. जिसमें से 13 में भाजपा और 4 में सहयोगी दलों के मुख्यमंत्री हैं.
बता दें कि, देश के 40 से ज्यादा कॉरपोरेट ऑफिस महाराष्ट्र में ही हैं. चुनावी चंदे में इनका बड़ा योगदान होता है. वहीं उत्तर प्रदेश के बाद सबसे ज्यादा लोकसभा सीटें महाराष्ट्र में हैं. यही कारण है कि एनडीए के लिए महाराष्ट्र एक महत्वपूर्ण सीट है.
गौरतलब है कि, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मंगलवार दोपहर राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को अपना इस्तीफा सौंप दिया. राजभवन द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक, फडणवीस ने राज्यपाल से भेंट की और अपना इस्तीफा सौंपा. इससे पहले उन्होंने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि अजित पवार के अपने पद से इस्तीफा देने के बाद उनके पास संख्या बल नहीं रह गया है और वह राज्यपाल से मिलकर अपना इस्तीफा सौपेंगे.