भारत और जापान के बीच ‘2+2 वार्ता” का फोकस समुद्री संबंध को बढ़ावा देना होगा

नयी दिल्लीः भारत और जापान के बीच यहां शनिवार को होने वाले पहले ‘2+2 वार्ता’ का मुख्य फोकस हिंद-प्रशांत क्षेत्र समेत सामरिक रूप से महत्वपूर्ण जलक्षेत्र में समुद्री सुरक्षा सहयोग को बढ़ाना होगा. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस. जयशंकर करेंगे जबकि जापान की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 29, 2019 2:49 PM
नयी दिल्लीः भारत और जापान के बीच यहां शनिवार को होने वाले पहले ‘2+2 वार्ता’ का मुख्य फोकस हिंद-प्रशांत क्षेत्र समेत सामरिक रूप से महत्वपूर्ण जलक्षेत्र में समुद्री सुरक्षा सहयोग को बढ़ाना होगा. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस. जयशंकर करेंगे जबकि जापान की ओर से विदेश मंत्री तोशिमित्सु मोटेगी और रक्षा मंत्री तारो कोनो प्रतिनिधित्व करेंगे.
विदेश मंत्रालय ने कहा, भारत एवं जापान के बीच होने वाली ‘2+2 बैठक’ से दोनों पक्ष रक्षा एवं सुरक्षा सहयोग को मजबूत करने की समीक्षा और विचारों का आदान-प्रदान कर सकेंगे. भारत एवं जापान के बीच पिछले साल हुए 13वें वार्षिक शिखर बैठक के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके जापानी समकक्ष शिंजो आबे के फैसले के बाद नये ढांचे के तहत वार्ता हो रही है.
दोनों नेताओं ने दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सुरक्षा एवं रक्षा सहयोग को और मजबूती देने तथा विशेष सामरिक एवं वैश्विक भागीदारी में प्रगाढ़ता लाने के उद्देश्य से नयी व्यवस्था शुरू करने का फैसला किया.
विदेश मंत्रालय ने कहा कि दोनों पक्ष क्षेत्र में शांति, समृद्धि एवं प्रगति के साझा उद्देश्य को पाने के लिए हिंद-प्रशांत क्षेत्र में स्थिति तथा भारत की ‘एक्ट ईस्ट नीति’ एवं जापान की ‘फ्री एंड ओपन इंडो-पैसिफिक विजन’ के तहत अपने-अपने प्रयासों पर विचारों का आदान-प्रदान करेंगे.

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