चंडीगढ़ : पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने रविवार को कहा कि करतारपुर गलियारे के बारे में पाकिस्तान के एक वरिष्ठ मंत्री के खुलासे ने इस पहल के पीछे इस्लामाबाद के नापाक इरादों को उजागर कर दिया है.
पाकिस्तान के एक वरिष्ठ मंत्री ने कहा है कि करतारपुर गलियारे को खोलना, वहां के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा की सोच है और इससे भारत को नुकसान होगा. सिंह ने पाकिस्तान के रेल मंत्री शेख राशिद की स्वीकारोक्ति पर गहरी चिंता प्रकट की और कहा कि मुद्दे पर उनके रुख की पुष्टि करते हुए राशिद ने गलियारे के पीछे की पाकिस्तान की पूरी सोच को उजागर कर दिया है. मुख्यमंत्री ने राशिद के बयान पर कड़ी आपत्ति जतायी, जिसमें उन्होंने कहा था कि ‘गलियारा हमेशा भारत को नुकसान पहुंचायेगा.’ गलियारा खोले जाने को भारत की सुरक्षा और अखंडता के लिए खतरा बताये जाने पर सिंह ने पाकिस्तान को भारत के खिलाफ किसी भी तरह के दुस्साहस का प्रयास नहीं करने के लिए आगाह किया.
पंजाब के मुख्यमंत्री ने एक बयान में कहा कि उन्होंने हमेशा कहा है कि एक सिख होने के नाते गलियारा खोले जाने पर वह बहुत खुश हैं, लेकिन भारत के समक्ष खतरे को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता. राशिद ने शनिवार को दावा किया कि ऐतिहासिक करतारपुर गलियारा शुरू करने का विचार सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा का था और यह बात भारत को हमेशा आहत करती रहेगी. मंत्री का यह बयान उसकी सरकार के उस दावे के विपरीत है, जिसमें इस पहल को प्रधानमंत्री इमरान खान का विचार बताया गया था. सिंह ने कहा, गलियारा खोले जाने में हमारी भलमनसाहत में कमजोरी देखने की भूल मत करो. उन्होंने चेताया कि भारत सीमा पर या अपने लोगों पर किसी भी तरह के पाकिस्तान की हरकत का करारा जवाब देगा.
सिंह ने कहा कि भारत, पाकिस्तान को उसकी घृणित मंशा को पूरा करने में कभी कामयाब नहीं होने देगा. इस तरह की किसी भी हरकत का ऐसा जवाब दिया जायेगा कि फिर सिर उठाने की हिम्मत भी नहीं करेंगे. सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव के 550वें प्रकाश पर्व पर भारतीय सिख तीर्थयात्रियों को वीजा मुक्त यात्रा की सुविधा प्रदान करने के लिए नौ नवंबर को इस गलियारे को खोला गया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गलियारे का भारत वाले हिस्से में और प्रधानमंत्री इमरान खान ने पाकिस्तान वाले हिस्से में इसका उदघाटन किया था. इस मुद्दे पर लगातार सावधानी बरतने का आग्रह करने वाले सिंह ने चेताया है कि गलियारा खोलकर सिखों की सहानुभूति बटारने का प्रयास कर रहा पाकिस्तान आगे आईएसआई समर्थित ‘रेफरेंडम 2020 एजेंडा’ को बढ़ावा देने की सोच रहा है. अलग सिख राष्ट्र बनाने के लिए विदेश स्थित संगठन ‘सिख फोर जस्टिस’ ने ‘रेफरेंडम 2020 एजेंडा’ मुहिम चला रखा है. भारत सरकार ने एसएफजे पर प्रतिबंध लगा रखा है.
उन्होंने कहा, विभिन्न तथ्यों को देखते हुए यह महत्वपूर्ण है, खासकर यह कि बाजवा ने इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह के दौरान गलियारा निर्माण के बारे में पाकिस्तानी फैसले के बारे में पंजाब के तत्कालीन मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू को बताया था. पहले भी इस चीज का जिक्र किये जाने की याद दिलाते हुए सिंह ने कहा, इमरान ने जब पदभार भी नहीं संभाला था तब सेना प्रमुख ने सिद्धू से इस बारे में बात की थी. बाजवा के बिना गलियारा पर फैसला मुमकिन नहीं था. उन्होंने सिद्धू से भी सतर्कता बरतने का अनुरोध करते हुए कहा कि क्रिकेटर रह चुके पाकिस्तानी प्रधानमंत्री से उनकी दोस्ती के कारण इस फैसले को लेकर किसी तरह का नुकसान नहीं होना चाहिए.
कांग्रेस नेता सिद्धू का मुख्यमंत्री सिंह के साथ टकराव चलता रहा है. पिछले साल अगस्त में खान के शपथ ग्रहण समारोह के दौरान बाजवा को गले लगाने पर सिद्धू की काफी किरकिरी हुई थी. पूर्व क्रिकेटर सिद्धू ने उस समय दावा किया था कि जनरल बावजा ने उन्हें करतारपुर गलियारा खोले जाने के प्रयासों के बारे में बताया था.