हैदराबाद एनकाउंटर: बोलीं मेनका गांधी- फिर क्या फायदा अदालत का, बंदूक उठाओ और….
नयी दिल्ली : भाजपा नेता मेनका गांधी ने तेलंगाना सामूहिक दुष्कर्म और हत्या मामले के चार आरोपियों के हैदराबाद पुलिस द्वारा कथित मुठभेड़ में मारे जाने पर कहा कि इससे देश के लिए ‘‘भयानक” परिपाटी शुरू होगी. पूर्व केन्द्रीय मंत्री ने संसद भवन परिसर में कहा कि जो भी हुआ बहुत भयानक हुआ है इस […]
नयी दिल्ली : भाजपा नेता मेनका गांधी ने तेलंगाना सामूहिक दुष्कर्म और हत्या मामले के चार आरोपियों के हैदराबाद पुलिस द्वारा कथित मुठभेड़ में मारे जाने पर कहा कि इससे देश के लिए ‘‘भयानक” परिपाटी शुरू होगी.
पूर्व केन्द्रीय मंत्री ने संसद भवन परिसर में कहा कि जो भी हुआ बहुत भयानक हुआ है इस देश के लिए…आप लोगों को इसलिए नहीं मार सकते क्योंकि आप ऐसा करना चाहते हैं. आप कानून को अपने हाथ में नहीं सकते हैं, उन्हें (आरोपियों को) अदालत से तो फांसी मिलने ही वाली थी… उन्होंने कहा कि इस तरह तो अदालत और कानून का कोई फायदा ही नहीं, जिसको मन हो बंदूक उठाओ जिसको मारना हो मारो.
आगे मेनका ने कहा कि कानूनी प्रक्रिया में गये बिना आप उसे मार रहे हो तो फिर कोर्ट, कानून और पुलिस का क्या औचित्य रह जाएगा. इधर, उत्तर प्रदेश-दिल्ली-तेलंगाना और देश के अन्य राज्यों में महिला उत्पीड़न, बलात्कार और जिन्दा जलाकर मारने जैसी जघन्य घटनाओं को दुःखद बताते हुए बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने कहा कि पुलिस ऐसे आपराधिक तत्वों को सरकारी मेहमान बनाकर उनकी आवभगत करने के बजाए हैदराबाद पुलिस की तरह सख्त कानूनी कार्रवाई करती है तो ऐसे अपराधों पर काफी हद तक अंकुश लगाया जा सकता है.
शुक्रवार को मायावती ने कहा कि मेरे शासन में प्रदेश में कानून का राज कायम था तथा सरकार का इकबाल बुलन्द रहता था क्योंकि अपराधियों के खिलाफ दलगत राजनीति से ऊपर उठकर मैं और मेरी सरकार काफी सख्त कानूनी कार्रवाई करते थे. लेकिन वर्तमान में उत्तर प्रदेश में कानून का नहीं बल्कि आपराधिक तत्वों का जंगलराज चल रहा है.