Loading election data...

उत्तराखंड में चारधाम श्राइन बोर्ड गठन के प्रस्तावित बिल के खिलाफ आमरण अनशन करेंगे तीर्थ पुरोहित

ऋषिकेश : उत्तराखंड में तीर्थ पुरोहित चारधाम श्राइन बोर्ड गठित किए जाने के लिए प्रस्तावित विधेयक के विरोध में सामने आये हैं. पुरोहितों ने कहा कि वे विधेयक के खिलाफ रैलियां करेंगे तथा आमरण अनशन करेंगे. देवभूमि तीर्थ पुरोहित हक हकूकदार महापंचायत के अध्यक्ष कृष्ण कांत कोटियाल ने यहां पत्रकारों से कहा कि तीर्थ पुरोहित […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 7, 2019 9:26 PM

ऋषिकेश : उत्तराखंड में तीर्थ पुरोहित चारधाम श्राइन बोर्ड गठित किए जाने के लिए प्रस्तावित विधेयक के विरोध में सामने आये हैं. पुरोहितों ने कहा कि वे विधेयक के खिलाफ रैलियां करेंगे तथा आमरण अनशन करेंगे. देवभूमि तीर्थ पुरोहित हक हकूकदार महापंचायत के अध्यक्ष कृष्ण कांत कोटियाल ने यहां पत्रकारों से कहा कि तीर्थ पुरोहित 18 दिसंबर को उत्तरकाशी और 20 दिसंबर को श्रीनगर-गढ़वाल में रैलियों का आयोजन करेंगे. इसके बाद वे देहरादून में अपने परिवारों के साथ आमरण अनशन पर बैठेंगे.

राज्य कैबिनेट ने माता वैष्णो देवी और तिरूपति बालाजी श्राइन बोर्ड की तर्ज पर बोर्ड बनाने की हाल में मंजूरी दी है. विधानसभा में इस बाबत एक विधेयक पेश किया जा सकता है. बोर्ड के बनने के बाद यह उत्तराखंड के विभिन्न हिस्सों में स्थित 50 से ज्यादा प्राचीन मंदिरों के मामलों को संचालित करेगा, जिसमें बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री भी शामिल हैं.

तीर्थ-पुरोहितों की शिकायत यह है कि श्राइन बोर्ड बनाने के लिए विधेयक का मसौदा तैयार करने से पहले सरकार ने उन्हें विश्वास में नहीं लिया. उन्हें आशंका है कि अगर श्राइन बोर्ड बन जाता है, तो उनके हित प्रभावित हो सकते हैं. कोटियाल ने राज्य सरकार पर यह झूठ बोलने का आरोप लगाया कि बोर्ड गठित करने को लेकर तीर्थ पुरोहितों ने सहमति दी हुई है.

Next Article

Exit mobile version