राजस्थान के जयपुर में 10 वर्षीय छात्रा को अपनी क्लासमेट (सहपाठी) की हत्या के आरोप में बाल सुधार गृह भेजा गया है जबकि शव को फेंककर सबूत मिटाने के आरोप में उसके माता-पिता को गिरफ्तार किया गया है.
बताया जाता है कि पीड़िता अपना पेन लेने छात्रा के घर गई थी, जहां झगड़े के बाद छात्रा ने लोहे की रॉड मारी और उसकी मौत हो गई.
दरअसल, जयपुर के पास चाकसू के बडली गांव की एक बच्ची बुधवार को लापता हो गई थी. अगले दिन उसका शव गांव में ही सुनसान जगह पर निर्माणाधीन स्कूल के पास झाड़ियों में मिला था. पहली नजर में लोगों ने सोचा कि यह बलात्कार और हत्या का मामला हो सकता है, लेकिन जांच जब आगे बढ़ी तो सभी हैरान रह गए.
पुलिस के अनुसार, बीते बुधवार को कक्षा में पेन छीनने को लेकर दो छात्राओं में विवाद हुआ था. बाद में छात्रा आरोपी सहपाठी के घर पहुंची जहां उनमें झगड़ा हो गया. आरोपी ने वहां पड़े सरिये से छात्रा के सिर, पसलियों व पेट पर हमला कर दिया. इसमें 12 वर्षीय छात्रा की मौत हो गई.
चाकसू के थाना प्रभारी ने बताया कि घटना के समय आरोपी के घरवाले बाहर गये हुए थे. आरोपी छात्रा ने घटना की जानकारी मां रामघणी और पिता कैलाश को उनके घर लौटने पर बतायी. इसके बाद दोनों ने मिलकर साक्ष्य मिटाने के लिए शव को बोरे में बांधकर पहले तालाब में और फिर उसके बाद पास की झाड़ियों में फेंक दिया.