भाजपा ने कांग्रेस से पूछा- राहुल गांधी के ‘रीलांच‘ के एक दिन बाद ही क्यों शुरू हो गयी हिंसा?
नयी दिल्ली : भाजपा ने संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन हिंसक हो जाने को लेकर सोमवार को विपक्षी दलों पर जोरदार हमला किया और पूछा कि कांग्रेस द्वारा राहुल गांधी को ‘पुन: स्थापित करने’ की कोशिश के एक दिन बाद देश में हिंसा और नफरत क्यों फैली? सत्तारूढ़ पार्टी ने पूरे विपक्ष पर निशाना […]
नयी दिल्ली : भाजपा ने संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन हिंसक हो जाने को लेकर सोमवार को विपक्षी दलों पर जोरदार हमला किया और पूछा कि कांग्रेस द्वारा राहुल गांधी को ‘पुन: स्थापित करने’ की कोशिश के एक दिन बाद देश में हिंसा और नफरत क्यों फैली?
सत्तारूढ़ पार्टी ने पूरे विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि इन दलों ने अपनी विभाजनकारी ताकतों का इस्तेमाल किया है. भाजपा ने एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी और आप विधायक अमानतुल्ला खान की तुलना मुहम्मद अली जिन्ना से की. भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में विपक्षी दलों पर लोगों को गुमराह करने तथा छात्रों के कंधे पर बंदूक रखकर हिंदुओं और मुसलमानों के नाम पर देश को बांटने की कोशिश करने का आरोप लगाया. पात्रा ने कहा, ऐसा कैसे हुआ कि कांग्रेस ने शनिवार को राहुल गांधी को रीलांच करने की कोशिश की और रविवार से ही देश में नफरत और हिंसा की घटनाएं शुरू हो गयीं? उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने तुच्छ राजनीतिक फायदों के लिए समन्वित प्रयासों के तहत हिंसा को बढ़ावा दिया.
पात्रा ने कहा, हमने शनिवार को राहुल गांधी को लोगों को भड़काते देखा कि मोदी सरकार हिंदुओं और मुस्लिमों के बीच अलगाव की कोशिश कर रही है. उसके बाद रविवार से हम ऐसे नजारे देख रहे हैं जिन्हें किसी सभ्य राष्ट्र की सड़कों पर कोई नहीं देखना चाहेगा. यह विपक्ष और कुछ अन्य दलों की साजिश है. उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ विपक्षी दल छात्रों को उकसाने की कोशिश कर रहे हैं और अपने राजनीतिक हितों के लिए उनका इस्तेमाल मोहरों की तरह कर रहे हैं. पात्रा ने कहा, मुझे यह कहने में कोई संकोच नहीं है कि नागरिकता विधेयक के खिलाफ रहे सभी विपक्षी दलों ने अपने जिन्ना को निकाल दिया. अपनी विभाजनकारी ताकतों का इस्तेमाल शुरू कर दिया.
ओवैसी इस देश के नये मुहम्मद अली जिन्ना की तरह काम कर रहे हैं. वह हर मुद्दा हिंदुओं और मुस्लिमों के बारे में बनाकर देश को बांटना चाहते हैं. वहीं अमानतुल्ला खान उनसे होड़ कर रहे हैं और दिल्ली का जिन्ना बनना चाहते हैं. पात्रा ने कहा कि पढ़े लिखे छात्र जानते हैं कि संशोधित नागरिकता कानून किसी भारतीय के खिलाफ जाति, धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं करता.