नयी दिल्ली : लेफ्टिनेंट जनरल मनोज मुकुंद नरवाणे भारतीय सेना के नये चीफ होंगे. इसी साल सितंबर महीने में उन्होंने वाइस चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ की जिम्मेदारी संभाली थी.
ऑपरेशन और कमांड का लंबा अनुभव रखने वाले लेफ्टिनेंट जनरल नरवाणे मौजूदा आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत के बाद सबसे सीनियर अधिकारियों में से एक हैं.
लेफ्टिनेंट जनरल नरवाणे राष्ट्रीय रक्षा अकादमी और भारतीय सैन्य अकादमी के पूर्व छात्र हैं. उन्हें जून 1980 में सिख लाइट इंफैंट्री रेजीमेंट की 7वीं बटालियन में कमीशन मिला था.
उन्हें जम्मू-कश्मीर में अपनी बटालियन की सफलतापूर्वकऔर प्रभावी ढंग से नेतृत्व के लिए सेवा मेडल से सम्मानित किया गया है. इसके अलावा उन्हें नगालैंड में असम राइफल्स (नार्थ) के इंस्पेक्टर जनरल के तौर पर सेवाओं के लिए विशिष्ट सेवा मेडल और प्रतिष्ठित हमलावर कोर की कमान के लिए अतिविशिष्ट सेवा मेडल से भी सम्मानित किया गया.
गौरतलब है कि मौजूदा आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत का कार्यकाल 31 दिसंबर को खत्म हो रहा है. ऐसे में नये साल के मौके पर भारतीय सेना को नये चीफ मिल जाएंगे.
इससे पहले सितंबर 2018 में लेफ्टिनेंट जनरल मुकुंद नरवाणे को ऑपरेशन के लिहाज से महत्वपूर्ण ईस्टर्न कमांड की जिम्मेदारी दे दी गई थी. तब से ही उन्हें अगले आर्मी चीफ की रेस में माना जा रहा था.
इस बीच चर्चा है कि 31 दिसंबर 2016 को सेना प्रमुख बने जनरल बिपिन रावत के रिटायरमेंट के बाद चीफ ऑफ डिफेंस बनाये जा सकते हैं.
मालूम हो कि सरकार तीनों सेनाओं की एकीकृत कमांड के तौर पर चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ की नियुक्ति पर विचार कर रही है,जिसका ऐलान अगले कुछ दिनों में हो सकता है.