नयी दिल्ली : मोदी सरकार पर सोनिया गांधी की एक टिप्पणी पर पलटवार करते हुए केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राजनीतिक लाभ के लिए ‘‘मगरमच्छ के आंसू’ बहा रही हैं…
उल्लेखनीय है कि इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष ने मोदी सरकार पर ‘‘हिंसा और बंटवारे की जननी’ बन जाने का आरोप लगाते हुए कहा कि उसने अपने ही देशवासियों पर हमला बोल दिया है. सीतारमण की प्रतिक्रिया उनके इसी बयान पर आई है.
सीतारमण ने छात्रों के बारे में कांग्रेस के इतिहास पर भी सवाल उठाते हुए पूछा कि क्या ऐसा पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के शासन में नहीं था कि दिल्ली के एक केंद्रीय विश्वविद्यालय के छात्रों को तिहाड़ जेल भेजा गया था.
भाजपा नेता ने कहा कि पुलिस ने तब विश्वविद्यालय में प्रवेश किया था और पूरे शैक्षणिक वर्ष को शून्य घोषित करना पड़ा था.
सीतारमण ने कहा कि सरकार पर सोनिया गांधी की टिप्पणी गैर-जिम्मेदाराना और प्रेरित है. वित्त मंत्री ने सवाल किया कि 1984 के सिख विरोधी दंगों के दौरान भीड़ हिंसा के अपराधियों को दंडित करने के लिए कांग्रेस ने क्या किया.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सोनिया गांधी छात्रों के लिए मगरमच्छ के आंसू बहा रही हैं.
कांग्रेस अध्यक्ष ने एक बयान में आरोप लगाया, ‘‘मोदी सरकार की मंशा साफ है- देश में अस्थिरता फैलाओ, देश में हिंसा करवाओ, देश के युवाओं के अधिकार छीनते जाओ, देश में धार्मिक उन्माद का वातावरण बनाओ और राजनीतिक रोटियां सेंकते जाओ. इसके सूत्रधार कोई और नहीं, बल्कि स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और (गृहमंत्री) अमित शाह हैं.’