CAA विरोध : येचुरी, वृंदा करात, योगेंद्र यादव समेत कई बड़े नेता हिरासत में, मोबाइल-इंटरनेट सेवा निलंबित
नयी दिल्ली : संशोधित नागरिकता कानून के विरोध में दो बड़े प्रदर्शनों के मद्देनजर विपक्ष के कई वरिष्ठ नेताओं, छात्रों और कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया है, वहीं हालात को देखते हुए निषेधाज्ञा लगाने और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में मोबाइल और इंटरनेट सेवा निलंबित होने से हजारों लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ […]
नयी दिल्ली : संशोधित नागरिकता कानून के विरोध में दो बड़े प्रदर्शनों के मद्देनजर विपक्ष के कई वरिष्ठ नेताओं, छात्रों और कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया है, वहीं हालात को देखते हुए निषेधाज्ञा लगाने और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में मोबाइल और इंटरनेट सेवा निलंबित होने से हजारों लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी, भाकपा के महासचिव डी राजा सहित, नीलोत्पल बसु, वरिष्ठ माकपा नेता वृंदा करात, कांग्रेस नेता अजय माकन, संदीप दीक्षित, कार्यकर्ता योगेंद्र यादव, उमर खालिद सहित बड़ी संख्या में लोगों को लाल किला और मंडी हाउस के निकट हिरासत में लिया गया है. संशोधित नागरिकता कानून के विरोध में प्रदर्शनों के मद्देनजर बृहस्पतिवार को दिल्ली के कम से कम 19 मेट्रो स्टेशनों के प्रवेश और निकास द्वार बंद कर दिये गये हैं. वहीं, प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए दक्षिण, पूर्व तथा उत्तरी दिल्ली के बड़े हिस्से में अवरोधक लगाये गये हैं, जिससे शहर के अनेक हिस्सों में भीषण जाम लग गया. विरोध प्रदर्शनों के बीच पुलिस के निर्देश पर दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के कुछ हिस्सों में एयरटेल, वोडाफोन-आइडिया और रिलायंस जियो सहित दूरसंचार कंपनियों की इंटरनेट, वायस और संदेश सेवाओं को निलंबित कर दिया गया.
आदेश के मुताबिक, उत्तरी और मध्य दिल्ली के पुराने इलाकों सहित मंडी हाउस, सीलमपुर, जाफराबाद, मुस्तफाबाद, जामिया नगर, शहीद पार्क और बवाना में दूरसंचार सेवाओं को निलंबित किया गया है. नयी दिल्ली के विशेष प्रकोष्ठ के पुलिस उपायुक्त की ओर से जारी आदेश के अनुसार, कानून और व्यवस्था के वर्तमान हालात को देखते हुए सभी प्रकार के संचार जैसे वॉयस, एसएमएस और इंटरनेट सेवाओं को 19-12-2019 को इन इलाकों में 09:00 बजे से 13:00 बजे तक रोकने का निर्देश दिया जाता है. लाल किले और उसके आसपास के क्षेत्रों में धारा 144 लागू होने के कारण पुलिस ने बड़ी संख्या में लोगों को बसों से अन्यत्र ले जा कर क्षेत्र खाली कराया.
यादव ने ट्वीट किया, मुझे लाल किले से हिरासत में लिया गया. एक हजार प्रदर्शकारियों को हिरासत में लिया गया, वहीं हजारों लोगों को हिरासत में लेने की तैयारी है. कार्यकर्ता प्रशांत भूषण ने ट्वीट किया, आपकी जेल में कितने लोग आ सकते हैं? जैसा गांधीजी ने कहा था कि एक बार लोगों के मन से हिरासत का भय निकल जाये तो वह स्वतंत्र हैं. सीएए प्रदर्शन के साथ भी यही हो रहा है. यादव ने कहा, मैं जानता हूं कि हमारे कई साथियों को हिरासत में लिया जा रहा है, इसके बावजूद कई लोग यहां एकत्र हुए. इस देश की नागरिकता विभाजित नहीं हो सकती और आज यही हमारे प्रदर्शन का मूल है.
दिल्ली पुलिस उपायुक्त (सेंट्रल) मनदीप सिंह रंधावा ने कहा, हम लोगों से अपील करते हैं कि वह अफवाहों पर ध्यान न दें. क्षेत्र में धारा 144 पहले ही लगा दी गयी है. कृपया दिल्ली पुलिस के साथ सहयोग करें. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आज दो विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. एक विरोध प्रदर्शन छात्रों और सामाजिक कार्यकर्ताओं की ओर से आयोजित किया गया है, जबकि दूसरा प्रदर्शन वामपंथी पार्टियों ने आहूत किया है. दोनों ही मार्च आईटीओ के निकट शाहीन पार्क में मिलेंगे.