सिर पर हिंदुस्तानी पगड़ी , घनी लंबी किंतु सफेद मूंछें, हाथ में एक छड़ी और साथ में एक हट्ठा-कट्ठा तंदुरुस्त जवान जिसकी कदकाठी देखकर यह अहसास हो जाये कि वह धरती का जीव नहीं है, अबतक तो आप समझ ही गये होंगे कि हम बात कर रहे हैं चाचा चौधरी और साबू की.
भले ही चाचा चौधरी और साबू कॉमिक्स कैरेक्टर हैं, लेकिन यह हमारे समाज में इस कदर रच-बस गये हैं कि आम बोल चाल में भी हम इनकी बातें करके उदाहरण पेश करते हैं. लेकिन अब हम चाचा चौधरी के नये कारनामों से रूबरू नहीं हो सकेंगे क्योंकि चाचा चौधरी के कारनामों को अपनी लेखनी से हमारे सामने लाने वाले मशहूर कार्टूनिस्ट प्राण अब नहीं रहे. कल रात को लंबी बीमारी के बाद उनका निधन हो गया. चाचा चौधरी के अलावा कुछ और ऐसे चरित्र हैं जिन्हें प्राण ने हमसे परिचित कराया. उनमें पिंकी, बिल्लू और रमन.
चाचा चौधरी और साबू
चाचा चौधरी एक ऐसा कैरेक्टर जो समाज के प्रति जिम्मेदार है और एक आदर्श भारतीय नागरिक है. जो अपने देश और समाज की रक्षा के लिए हमेशा तत्पर रहता है. वह काफी बुद्धिमान भी है. अपने से ताकतवर लोगों को भी वह अपनी बुद्धि से पटखनी दे देता है. उसका साथी है साबू. जो धरती का नहीं ज्यूपिटर ग्रह का निवासी है. जब चाचा चौधरी को अधिक ताकत की आवश्यकता होती है, तो वे साबू का इस्तेमाल करते हैं.
चाचा चौधरी ऐसे शख्स हैं, जिनका दिमाग कंप्यूटर से भी तेज चलता है और साबू जब गुस्सा होता है, तो ज्वालामुखी फूटता है. इन बातों को जब हम अपने बचपन में पढ़ते थे, तो एकबारगी भी यह अहसास नहीं हुआ था कि यह तमाम बातें कोरी कल्पना है. इन बातों को इतनी सजीवता के साथ हमारे सामने प्रस्तुत किया जाता था कि हम भी उस कहानी के पात्र बन जाते थे और चाचा चौधरी के कारनामों का मजा लेते थे.
रमन
प्राण द्वारा रचे गये एक कैरेक्टर में शामिल है रमन. रमन एक ऐसा सामाजिक कैरेक्टर था, जिसने अपने कारनामों से कई मिसाल कायम की.
पिंकी
एक चंचल छोटी सी बच्ची. जो चालाक भी है और शरारती भी. अपने दोस्तों के बीच अपने कारनामों से वह अपनी छाप छोड़ जाती है. उसकी फ्रॉक और हेयरस्टाइल उसे एक अलग पहचान देती है.
बिल्लू
बिल्लू भी एक शरारती बच्चे का ही कैरेक्टर है. जिसके कारनामे हास्य पैदा करते हैं. सबसे अद्भुत तो उसके बाल थे. तसवीर में कहीं भी बिल्लू की आंखें नजर नहीं आती हैं. लेकिन बच्चे उसकी कहानियां पढ़कर खूब मजा लेते थे.
चन्नी चाची
चाचा चौधरी की पत्नी चाची का कैरेक्टर भी शानदार है. वह एक घरेलू महिला तो हैं, लेकिन चाचा चौधरी उनकी बेलन से काफी डरते थे. उनकी आज्ञा का पालन चाचा चौधरी के लिए अनिवार्य था.
रॉकेट
चाचा चौधरी का कुत्ता रॉकेट. आड़े वक्त में रॉकेट ही चाचा चौधरी की मदद करता था. दिखने में दुर्बल सा रॉकेट दिमाग से काफी तेज है. रॉकेट का कैरेक्टर बच्चों में पशु प्रेम को जगाता था.