प्रधानमंत्री की नेपाल यात्रा से दोनों देशों के बीच बढ़ा है विश्वास : सुषमा
नयी दिल्ली : विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेपाल यात्रा से दोनों देशों के संबंध मधुर हुए हैं . साथ ही दोनों देशों के बीच विश्वास भी बढ़ा है. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने प्रधानमंत्री की हाल की नेपाल यात्रा पर आज संसद के दोनों सदनों में दिये […]
नयी दिल्ली : विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेपाल यात्रा से दोनों देशों के संबंध मधुर हुए हैं . साथ ही दोनों देशों के बीच विश्वास भी बढ़ा है.
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने प्रधानमंत्री की हाल की नेपाल यात्रा पर आज संसद के दोनों सदनों में दिये बयान में कहा कि प्रधानमंत्री अपनी नेपाल यात्रा से बहुत ही संतुष्ट हैं. उन्होंने सभी नेपाली नागरिकों के दिलों और मन को छुआ है जिसे उन सभी ने व्यक्त भी किया जिनसे उन्होंने मुलाकात की थी और जिसमें राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और अन्य राजनीतिक दलों के नेता शामिल हैं.
सुषमा ने कहा कि कई नेपाली नेताओं ने यह भी कहा कि आपने (प्रधानमंत्री ने ) मन मस्तिष्क जीत लिया है. ये संबंधों में नये युग की शुरुआत है और यदि भारत नेपाल संबंधों को लेकर नेपालियों के मन में कोई संशय था तो उसे भी दूर कर दिया.
विदेश मंत्री ने कहा कि नेपाल के साथ हमारे द्विपक्षीय संबंध हमारे साझा इतिहास, भूगोल और संस्कृति से जुडे हुए हैं, रोटी बेटी का संबंध है. हमारा लगातार यह प्रयास रहा है कि इन नजदीकी संबंधों को व्यापार और निवेश, जलविद्युत शक्ति, सीमा पर बेहतर आवागमन, रक्षा, सुरक्षा, शिक्षा और पर्यटन के माध्यम से सभी स्तरों पर सुदृढ़ किया जाये.
उन्होंने कहा कि हमने उच्च स्तर पर राजनीतिक विचार विमर्श को और मजबूत किया है और सरकारों के स्तर पर आवश्यक समझौतों और व्यवस्थाओं को अंतिम रुप दे रहे हैं. साथ ही नेपाल को दी जाने वाली विकास सहायता को हम बढ़ाने जा रहे हैं.
विदेश मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री की इस यात्रा के दौरान भारत नेपाल संबंधों की सभी स्तर पर समीक्षा की गयी. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की यात्रा लोकतंत्र, स्थायित्व, शांति और उन्नत नेपाल के लिए भारत के खुले दिल से दिये जा रहे समर्थन को दर्शाता है.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने नेपाल की संविधान सभा में दिये अपने भाषण में कहा कि उनकी सरकार दोनों देशों के संबंधों को उच्च प्राथमिकता देती है और ये संबंध उतने ही पुराने हैं जितने हिमालय और गंगा.
सुषमा ने कहा कि प्रधानमंत्री ने नेपाल में प्राथमिकता के आधार पर चलने वाली परियोजनाओं के लिए भारत की सहायता की कई घोषणाएं की. नेपाल को एक अरब अमेरिकी डालर का रिण दिया जो वर्तमान में 35 करोड़ अमेरिकी डालर के ऋण की सीमा के अतिरिक्त होगा.
उन्होंने कहा कि 5600 मेगावाट पंचेश्वर बहुउद्देशीय परियोजना के समझौते की शर्तों पर भी सहमति हुई और साथ ही दोनों पक्षों ने 45 दिन के अंदर विद्युत व्यापार समझौते को अंतिम रुप देने पर भी सहमति जतायी.
उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों ने तराई सडक परियोजना के प्रथम चरण के निर्माण और द्वितीय चरण को एक वर्ष के भीतर शुरु करने पर सहमति जताई. उन्होंने कहा कि दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों ने 1950 की शांति और मित्रता संधि और अन्य द्विपक्षीय समझौतों की समीक्षा करने उसमें बदलाव करने और उन्हें नवीन करने पर अपनी सहमति व्यक्त की है.