नयी दिल्ली : पुरानी दिल्ली के दरियागंज इलाके में हिंसा के संबंध में गिरफ्तार भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद को शनिवार को एक अदालत ने 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया.
शनिवार को गिरफ्तार किये गये आजाद ने इस आधार पर जमानत मांगी कि इस बात के कोई सबूत नहीं हैं कि उन्होंने जामा मस्जिद पर जमा भीड़ को दिल्ली गेट जाने के लिए उकसाया था, जहां पहुंचकर प्रदर्शनकारी हिंसक हो गये. पुलिस ने गवाहों को धमकाने का अंदेशा जताते हुए जमानत का विरोध किया और कहा कि कानून-व्यवस्था बनाये रखने के लिए उनकी न्यायिक हिरासत जरूरी है. इससे पहले, एक वकील ने अदालत से अनुरोध किया कि वह जांच अधिकारी को आजाद के ठिकानों की जानकारी देने का निर्देश दें. अदालत ने दरियागंज में हिंसा के संबंध में गिरफ्तार 15 लोगों को दो दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया.
उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को दिल्ली में जगह-जगह व्यापक प्रदर्शन हुए थे. यह प्रदर्शन सुबह तो शांतिपूर्ण थे, लेकिन शाम के वक्त दिल्ली गेट और दरियागंज में हिंसक हो गये. दिल्ली गेट में जहां प्रदर्शनकारियों ने पथराव किया, वहीं दरियागंज में जब पुलिस प्रदर्शनकारियों को पीछे कर रही थी तो उनमें से कुछ ने एक निजी कार में आग लगा दी. पुलिस ने भीड़ को हटाने के लिए पानी की बौछार की और लाठीचार्ज किया.