मुंबई : राकांपा प्रमुख शरद पवार ने सोमवार को कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस टिप्पणी कि राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) के मुद्दे पर उनके मंत्रिमंडल ने या संसद में चर्चा नहीं की गयी को लेकर हतप्रभ हैं.
इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री के दावे को खारिज करने की मांग करते हुए पवार ने कहा कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने संसद के दोनों सदनों में अपने संयुक्त संबोधन में देशभर में एनआरसी लागू करने की सरकार की योजना के बारे में बात की थी. पवार ने यहां पत्रकारों से कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में इस संबंध में टिप्पणी भी की थी. मोदी ने रविवार को स्पष्ट किया था कि एनआरसी के विवादास्पद मुद्दे पर उनकी सरकार ने मंत्रिमंडल या संसद में चर्चा नहीं की है. उन्होंने कहा था कि उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद एनआरसी की कवायद अब तक केवल असम में ही चलायी गयी है. प्रधानमंत्री ने कहा था कि एनआरसी के बारे में झूठ फैलाया जा रहा है.
पवार ने कहा कि रविवार को दिल्ली में रामलीला मैदान में एक रैली के दौरान की गयी मोदी की उन टिप्पणियों से वह हैरान हैं कि एनआरसी के मुद्दे पर मंत्रिमंडल या संसद में कोई चर्चा नहीं की गयी है. उन्होंने कहा, जब एक बड़ी नीति लायी जाती है, तो सरकार के स्तर पर एक चर्चा होती है. इस तरह की नीति उसके बिना देश के सामने नहीं आयेगी. वहीं, दूसरी ओर देश के गृह मंत्री ने संसद में कहा था कि वे देशभर में एनआरसी लायेंगे. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ने भी देशभर में एनआरसी लागू करने के बारे में बात की थी. पवार ने कहा, मेरा मानना है कि सरकार हर मोर्चे पर विफल है. जनता का ध्यान इस तरह की स्थिति से हटाने के लिए वे इस तरह के मुद्दे उठा रहे हैं और इस तरह के भाषण दे रहे हैं. इसके अलावा इसमें कुछ भी नहीं है.