नेशनल कंटेंट सेल
शिमला की मशहूर क्राइस्ट चर्च में क्रिसमस के मौके पर 35 साल बाद 150 साल पुरानी वर्शिप कॉल बेल बजायी गयी. बता दें कि यह बेल 35 साल पहले खराब हो गयी थी. स्थानीय निवासी और रिटायर्ड मैकेनिकल इंजिनियर विक्टर ने इस बेल को ठीक करने का जिम्मा उठाया था ताकि क्रिसमस के पहले इसे बजाया जा सके.
विक्टर ने बताया कि इस चर्च के आसपास उन्होंने अपना बचपन बिताया है. इस बेल के साथ उनकी बहुत सी यादें जुड़ी हैं. इन्हीं यादों को ताजा करने और लोगों को बेल बजने से मिलने वाली खुशी से रूबरू कराने के लिए उन्होंने बेल ठीक कराने का निर्णय लिया था. बेल को एक बार फिर बजते देखना पूरे शिमलावासियों के लिए एक भावुक पल साबित हुआ.
विक्टर ने बताया कि 35 साल से खराब इस बेल को ठीक करने में 20 दिन की कड़ी मेहनत लगी. विक्टर ने बताया कि वह युवाओं को चर्च बेल के मैकेनिज्म और नोट्स-रिदम के बारे में भी बताना चाहते हैं. चर्च में बेल बजा कर लोगों को प्रार्थना और मास या सर्विस के बुलाया जाता है. स्थानीय लोगों के मुताबिक क्राइस्ट चर्च 1857 में बनायी गयी थी.
क्रिसमस के जश्न में डूबा ईसा मसीह का जन्म स्थान बेथलहम
ईसा मसीह के जन्म स्थान बेथलहम में धूमधाम से क्रिसमस का जश्न मनाया गया. इस मौके पर दुनियाभर के श्रद्धालु यहां जमा हुए. माना जाता है कि इस्राइल के कब्जे वाले वेस्ट बैंक के छोटा से शहर बेथलहम में ‘चर्च ऑफ नैटिविटी’ उसी स्थान पर बना है जहां ईसा मसीह का जन्म हुआ था. इस स्थान पर पहला गिरजाघर चौथी सदी में बना था. हालांकि, छठी सदी में आग लगने के कारण इसे बदल दिया गया. बेथलहम यरुशलम से नजदीक है लेकिन इस्राइल के अलगाव के कारण पवित्र शहर से कटा हुआ है.