अमित शाह की राहुल गांधी को चुनौती, बतायें- CAA में कहां है नागरिकता छीनने का प्रावधान

शिमला/रायपुर : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को यहां विपक्षी कांग्रेस पर हमला बोला और आरोप लगाया कि वह संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) को लेकर लोगों को गुमराह कर रही है. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि कानून में नागरिकता छीनने का कोई प्रावधान नहीं है. शाह ने यहां राज्य की मौजूदा भाजपा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 27, 2019 6:04 PM

शिमला/रायपुर : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को यहां विपक्षी कांग्रेस पर हमला बोला और आरोप लगाया कि वह संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) को लेकर लोगों को गुमराह कर रही है. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि कानून में नागरिकता छीनने का कोई प्रावधान नहीं है.

शाह ने यहां राज्य की मौजूदा भाजपा सरकार की दूसरी वर्षगांठ के उपलक्ष्य में ऐतिहासिक रिज मैदान में आयोजित कार्यक्रम में कहा, कांग्रेस एंड कंपनी अफवाह फैला रही है कि मुसलमानों की नागरिकता जा सकती है. उन्होंने कहा, मैं राहुल बाबा को चुनौती देता हूं कि मुझे बतायें कि क्या कानून में किसी की नागरिकता लेने से संबंधित कोई एक भी लाइन है. सीएए को लेकर गुमराह न करें, लोगों को न बांटें. शाह ने कहा कि वह अल्पसंख्यकों, खासकर मुसलमानों से कहना चाहते हैं कि वे सीएए को पढ़ें जो अब सरकार की वेबसाइट पर उपलब्ध है. उन्होंने कहा, कानून का अध्ययन करिये. किसी की नागरिकता नहीं जायेगी.

गृह मंत्री ने कहा कि सीएए पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में धार्मिक प्रताड़ना के शिकार अल्पसंख्यकों को नागरिकता उपलब्ध करायेगा. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान अल्पसंख्यकों के धार्मिक और अन्य अधिकारों की रक्षा करने से जुड़े नेहरू-लियाकत समझौते को क्रियान्वित करने में विफल रहा. इसकी वजह से नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार को संसद में कानून लाना पड़ा. शाह ने शिमला में 13,500 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली परियोजनाओं के शिलान्यास समारोह में भी हिस्सा लिया.

वहीं, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने एनआरसी और एनपीआर को हिंदुस्तान की गरीब जनता पर लगाया गया टैक्स बताया. उन्होंने कहा, जिस तरह नोटबंदी हिंदुस्तान के गरीब लोगों पर एक टैक्स था,उसी तरह एनआरसी और एनपीआरहै. उन्होंने कहा, बैंक में जाइये, पैसा दीजिये, अपने एकाउंट से पैसा नहीं निकालिये और पूरा का पूरा पैसा 15 से 20 लोगों को दे दिया गया. यह (एनआरसी, एनपीआर) भी बिल्कुल वही चीज है. उन्होंने आरोप लगाया कि अब गरीबों को कागज बनवाने के नाम पर रिश्वत देनी पड़ेगी. उन्होंने इसे गरीबों पर हमला करार दिया. गांधी ने अर्थव्यवस्था और रोगजार की स्थिति पर केंद्र सरकार को घेरा.

कांग्रेस के नेता ने कहा, आज पूरी दुनिया में कहा जा रहा है कि हिंदुस्तान में हिंसा हो रही है. महिलाओं को यहां सड़कों पर नहीं चलने दिया जा रहा है और बेरोजगारी 45 साल में सबसे ज्यादा है, लेकिन प्रधानमंत्री कुछ कर नहीं पा रहे हैं. राहुल गांधी शुक्रवार को छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में आयोजित राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव का शुभारंभ करने पहुंचे थे. एक सभा में गांधी ने कहा, सभी धर्मों, जातियों, आदिवासियों, दलितों और पिछड़ों को साथ लिये बिना हिंदुस्तान की अर्थव्यवस्था नहीं चलायी जा सकती. केंद्र सरकार को इंगित करते हुए गांधी ने कहा, जब तक आप इस देश को जोड़ेंगे नहीं, जब तक देश के लोगों की आवाज विधानसभाओं और लोकसभा में सुनायी नहीं देगी, तब तक ना हीं रोजगार और ना हीं अर्थव्यवस्था के बारे में कुछ किया जा सकेगा. क्योंकि अर्थव्यवस्था को किसान, मजदूर, गरीब, आदिवासी ही चलाते हैं.

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