मुंबई में CAA-NRC के समर्थन व विरोध में हुई रैलियां

मुंबई : मुंबई में शुक्रवार को संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) के समर्थन तथा विरोध में रैलियां आयोजित की गयीं. छात्रों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने दक्षिणी मुंबई के आजाद मैदान में सीएए और एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन किया, वहीं ऐतिहासिक अगस्त क्रांति मैदान में सीएए के समर्थन में हुई रैली में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 27, 2019 8:47 PM

मुंबई : मुंबई में शुक्रवार को संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) के समर्थन तथा विरोध में रैलियां आयोजित की गयीं. छात्रों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने दक्षिणी मुंबई के आजाद मैदान में सीएए और एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन किया, वहीं ऐतिहासिक अगस्त क्रांति मैदान में सीएए के समर्थन में हुई रैली में बड़ी संख्या में लोग एकत्र हुए.

पिछले हफ्ते इस कानून के खिलाफ इसी मैदान पर एक विशाल प्रदर्शन हुआ था. आजाद मैदान में प्रदर्शनकारियों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. कई प्रदर्शनकारियों के हाथों में बैनर थे जिन पर मोदी सरकार के खिलाफ नारे लिखे हुए थे. एक छात्र निकिता पाठक ने कहा, यह तानाशाही है. वह सोचती है कि वे कुछ भी कर सकते हैं. सरकार की जिम्मेदारी है कि वह संविधान की रक्षा करे और उसके खिलाफ कोई काम न करे. एक अन्य प्रदर्शनकारी ने आलोचना करते हुए कहा कि यह एक गैर-जिम्मेदार सरकार है. यह कानून न सिर्फ एक समुदाय, बल्कि पूरे देश के खिलाफ है.

अगस्त क्रांति मैदान में भाजपा के संविधान सम्मान मंच द्वारा रैली आयोजित की गयी. इसमें सीएए के समर्थक तिरंगा लिये दिखे. उन्होंने तख्तियां भी ले रखी थीं जिन पर सीएए और एनआरसी के समर्थन में संदेश लिखे थे. उनके पास डॉ बाबासाहेब आंबेडकर की तस्वीरें थी. मंच पर वीडी सावरकर, महात्मा ज्योतिबा फुले, भारत माता और साहू महाराज की बड़ी तस्वीरें भी दिखीं. संविधान सम्मान मंच शहर के विभिन्न इलाकों में इस तरह की रैलियां आयोजित कर रहा है. सीएए और एनआरसी के समर्थन में ऐसी एक रैली पिछले हफ्ते दादर में हुई थी. आयोजकों की अगस्त क्रांति मैदान से लेकर गिरगाम चौपाटी स्थित लोकमान्य तिलक प्रतिमा तक समर्थन मार्च की योजना थी, लेकिन मुंबई पुलिस ने कानून व्यवस्था के मुद्दों को लेकर उन्हें इसकी इजाजत देने से इनकार कर दिया.

गौरतलब है कि 19 दिसंबर को अगस्त क्रांति मैदान में सीएए के विरोध में बड़ी संख्या में लोग जुटे थे. इसमें गैर भाजपा दलों के कार्यकर्ता, छात्र और बॉलीवुड की कई हस्तियां भी शामिल रही थीं. इस मैदान से 1942 में महात्मा गांधी ने ‘अंग्रेजो भारत छोड़ो’ का नारा दिया था. महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि लोगों की बड़ी उपस्थिति कानून को बड़े पैमाने पर समर्थन का संकेत देती है. फडणवीस ने कहा, विपक्षी पार्टियां अफवाह और गलत सूचना (सीएए, एनआरसी के बारे में) फैला रही हैं.

रैली में भाग लेने से पहले पत्रकारों से बातचीत करते हुए फडणवीस ने विपक्ष पर भारतीय मुसलमानों को गुमराह करने का आरोप लगाया. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि पाकिस्तान ने विभाजन के दौरान किए गए आश्वासन को पूरा नहीं किया कि अल्पसंख्यकों की रक्षा की जायेगी. इसलिए भारत को उनकी देखभाल करनी होगी क्योंकि वे हमारे लोग हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्ष जानबूझकर कानून को लेकर भारतीय मुसलमानों के बीच गलतफहमी पैदा करने की कोशिश कर रहा है. वोट बैंक की राजनीति के लिए विपक्ष अशांति पैदा करने की कोशिश कर रहा है.

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