विधानसभा चुनाव : बोली कांग्रेस- दिलवालों की दिल्ली मोदी और केजरीवाल की लड़ाई में पीछे छूटी, हम एकमात्र विकल्प
नयी दिल्ली : दिल्ली विधानसभा चुनाव के कार्यक्रम की आधिकारिक घोषणा के साथ ही कांग्रेस ने सोमवार को दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपनी आपसी लड़ाई में दिलवालों के इस शहर को विकास की दौड़ में पीछे छोड़ दिया, लेकिन इस बार जनता बदलाव के लिए वोट करेगी तथा […]
नयी दिल्ली : दिल्ली विधानसभा चुनाव के कार्यक्रम की आधिकारिक घोषणा के साथ ही कांग्रेस ने सोमवार को दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपनी आपसी लड़ाई में दिलवालों के इस शहर को विकास की दौड़ में पीछे छोड़ दिया, लेकिन इस बार जनता बदलाव के लिए वोट करेगी तथा भाजपा एवं आम आदमी पार्टी को खारिज करेगी.
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने संवाददाताओं से कहा, दोनों पार्टियों ने पांच साल एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप में बर्बाद कर दिये. मोदी जी और केजरीवाल जी की लड़ाई में दिलवालों की दिल्ली विकास में पीछे छूट गयी. केजरीवाल पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, दिल्ली की परिवहन व्यवस्था खत्म हो गयी है. पांच साल में एक भी डीटीसी बस नहीं खरीदी गयी. आप एक कंसलटेंट के कहने पर मुस्करा रहे हैं, लेकिन लोगों के चेहरों पर मुस्कराहट नहीं है. उन्होंने कहा, दिल्ली बदलाव चाहती है. यहां के विकास का एक ही रास्ता है और वो भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस है.
मुख्यमंत्री पद के लिए चेहरे के सवाल पर सुरजेवाला ने कहा, जहां निवर्तमान मुख्यमंत्री होता है वहां हम चेहरे के साथ जाते हैं, लेकिन सत्ता में नहीं होते वहां सामूहिक नेतृत्व के साथ जाते हैं. दिल्ली कांग्रेस के चुनाव प्रचार समिति के प्रमुख कीर्ति आजाद ने कहा, यह चुनाव हम पूरी ताकत से लड़ने जा रहे हैं. भाजपा और आप दोनों ने दिल्ली को धोखा दिया है. लोग विकास चाहते हैं और हम जनता को बतायेंगे कि सिर्फ कांग्रेस ही दिल्ली का विकास कर सकती है. दिल्ली विधानसभा की सभी 70 सीटों के लिए मतदान 8 फरवरी को और मतगणना 11 फरवरी को होगी. मुख्य चुनाव आयुक्त अरोड़ा ने संवाददाताओं को बताया, दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तिथि 21 जनवरी है, जबकि नामांकन पत्र की जांच 22 जनवरी को होगी.