देशभर में बिजली संयंत्रों में 7 दिनों से कम का कोयला भंडार
नयी दिल्ली: केंद्र सरकार में ऊर्जा मंत्री पियूष गोयल ने आज लोकसभा में देश में बिजली की समस्याओं पर ध्यान केंद्रित कराते एक खुलासा किया कि पूरे देश में करीब आधे बिजली संयंत्रों को ईंधन की कमी का सामना करना पड रहा है और जुलाई के अंत तक इनमें सात दिनों से कम का कोयला […]
नयी दिल्ली: केंद्र सरकार में ऊर्जा मंत्री पियूष गोयल ने आज लोकसभा में देश में बिजली की समस्याओं पर ध्यान केंद्रित कराते एक खुलासा किया कि पूरे देश में करीब आधे बिजली संयंत्रों को ईंधन की कमी का सामना करना पड रहा है और जुलाई के अंत तक इनमें सात दिनों से कम का कोयला भंडार था.
लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में बिजली मंत्री पीयूष गोयल ने कहा, 30 जुलाई 2014 तक 46 ताप बिजली संयंत्रों में सात दिनों से कम का कोयला भंडार था जिनमें से 23 संयंत्रों में 4 दिनों के कम अवधि की जरुरत पूरा करने का ही स्टाक था.
कोयला की कमी वाले संयंत्रों में इंदिरा गांधी सुपर थर्मल पावर प्लांट, हरियाणा, राजपुरा ताप बिजली संयंत्र और रोपड बिजली संयंत्र, सुरतगढ ताप बिजली संयंत्र आदि प्रमुख हैं.
गोयल ने कहा कि बिजली क्षेत्र को कोयले की आपूर्ति की निगरानी के लिए सरकार ने एक उप समूह गठित किया है जिसमें बिजली और कोयला मंत्रालयों के प्रतिनिधि शामिल हैं.