कोच्चिः केरल के कोच्चि में झील के किनारे बने एक और अवैध अपार्टमेंट को उच्च्तम न्यायालय के आदेशों का पालन करते हुए रविवार को गिरा दिया गया. कोच्चि के मरादु नगरपालिका क्षेत्र में स्थित 55 मीटर ऊंची इमारत जैन कोरल कोव को रविवार सुबह 11 बजकर तीन मिनट पर ध्वस्त किया गया. इस इमारत का निर्माण तटीय नियमन क्षेत्र के प्रावधानों का उल्लंघन कर किया गया था. इससे पहले इमारत के दो सौ मीटर के इलाके में चारों तरफ से लोगों को हटा लिया गया था और सभी प्रकार के यातायात की आवाजाही रोक दी गई थी.
#WATCH Maradu flats demolition: Jain Coral Cove complex demolished through a controlled implosion.2 out of the 4 illegal apartment towers were demolished yesterday, today is the final round of the operation. #Kochi #Kerala pic.twitter.com/mebmdIm1Oa
— ANI (@ANI) January 12, 2020
इमारत को ध्वस्त करने के लिए 350 किलोग्राम विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया और नियंत्रित तरीके से विमान को ध्वस्त किया गया. तीसरे सायरन की आवाज आते ही देखते ही देखते कंक्रीट की इमारत कुछ सेकंड में ही भरभरा कर गिर गई और आस पास धुंए का गुबार छा गया. इमारत के 200 मीटर के दायरे के बाहर काफी संख्या में लोग अपने-अपने घरों की छतों और ऊंचाई वाले जगहों से इस दृश्य के गवाह बने.
आस पास के लोगों को वहां से से हटा दिया गया था और किसी अप्रिय घटना से बचने के लिए इमारत ध्वस्त करने से पहले खाली कराए गए जगह पर सुबह आठ बजे से सीआरपीसी की धारा 144 लगा दी गई थी. एर्णाकुलम के जिलाधिकारी एस सुहास ने इमारत ध्वस्त होने के बाद नगर पुलिस आयुक्त विजय सखारे के साथ घटनास्थल का दौरा करने के बाद कहा कि यह बहुत नियंत्रित तरीके से किया गया.
झील में एक भी मलबा नहीं गिरा।’ सखारे ने बताया कि अभियान सुनियोजित तरीके से किया गया। पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘‘यह बहुत बड़ी सफलता है। ध्वस्त किए गए इमारत के पास की कोई इमारत क्षतिग्रस्त नहीं हुई और इसमें कोई हताहत नहीं हुआ तथा न ही किसी संपत्ति को नुकसान पहुंचा. इसके साथ ही उन चार आलीशान अपार्टमेंट में से तीन को ध्वस्त कर दिया गया जिनका निर्माण, नियमों का उल्लंघन कर किया गया था और जिसे गिराने के लिए शीर्ष अदालत ने आदेश दिया था.
शनिवार को दो परिसरों एच2ओ होली फेथ और ट्विन टावर अल्फा सिरिन को गिराया गया था. इसी ऊंचाई की एक अन्य इमारत रविवार दोपहर बाद दो बजे गिरायी जाएगी. इस इमारत के गिराये जाने के साथ ही पिछले साल आये शीर्ष अदालत के आदेश का अनुपालन पूरा हो जाएगा. इससे पहले शनिवार को दो अन्य इमारतों को जमींदोज किया गया था. मुंबई स्थित एडिफिसीज इंजीनियरिंग ने दक्षिण अफ्रीका स्थित जेट डिमोलेशन कंपनी के विशेषज्ञों की मदद से इसे गिराया गया.