अहमदाबाद : संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के पक्ष और विपक्ष में चल रही वैचारिक लड़ाई मकर संक्रांति के अवसर पर मंगलवार को गुजरात के आकाश में भी देखने को मिली, जब लोगों ने पतंग पर “सीएए के समर्थन में” और “सीएए के विरोध में” लिखकर एक दूसरे के पेंच काटे.
ऐसी पतंग उड़ाने में स्थानीय नेता, कांग्रेस और भाजपा के समर्थक, नागरिक संस्थाओं के लोग और सामान्य नागरिक भी शामिल थे. सीएए के समर्थन और विरोध में छपे संदेश वाली हजारों पतंग राज्य में वितरित की गयी थी. नागरिक संस्थाओं के लोगों ने छात्रों और आम लोगों को “भारत सीएए के विरोध में”, “एनपीआर नहीं, एनआरसी नहीं”, “संविधान बचाओ, भारत बचाओ”, “हिंदू मुस्लिम भाई भाई”, “एनआरसी सीएए बाय बाय” के नारों वाली पतंग बांटी.
राजकोट के एक भाजपा नेता ने कहा कि उन्होंने शहर में “सीएए के समर्थन में” लिखी हुई पचास हजार पतंग बांटी. मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने अहमदाबाद के खोखरा में स्थित एक आवासीय परिसर में मकान की छत पर सीएए के समर्थन का संदेश लिखी पतंग उड़ायी. उन्होंने कहा, जीवन को भी पतंग की भांति उड़ना चाहिए और नयी ऊंचाई हासिल करनी चाहिए. गुजरात एक प्रगतिशील राज्य है और हम पतंग की तरह आकाश में प्रगति की ऊंची उड़ान हासिल करते रहेंगे.
भाजपा के समर्थक और स्थानीय लोगों ने हाथ में तख्तियां लेकर आने जाने वालों से सीएए के समर्थन में एक फोन नंबर पर मिस कॉल देने का आग्रह किया. भाजपा कार्यकर्ता सीएए के समर्थन वाली टी शर्ट पहने दिखाई दिये और कांग्रेस नेताओं ने पतंग पर लिखे संदेश के जरिये महंगाई, बेरोजगारी, अपराध, सीएए और एनआरसी जैसे मुद्दों पर सरकार की आलोचना की.
विधानसभा में विपक्ष के नेता परेश धानाणी ने कहा, महंगाई, आर्थिक मंदी, बेरोजगारी, महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराध आज गुजरात के प्रमुख मुद्दे हैं. हमें उम्मीद है कि उत्तरायण के अवसर पर हम जो पतंग उड़ा रहे हैं वह लोगों का दर्द अपने साथ ले जाएगी और इन राक्षसों का अंत कर देगी. इस बीच अहमदाबाद के संवेदनशील क्षेत्रों में पुलिस ने गश्त लगायी. एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) और राज्य रिजर्व पुलिस बल (एसआरपीएफ) की टीमों को भी अहमदाबाद में सड़कों पर तैनात किया गया था. वड़ोदरा में पुलिस ने संवेदनशील इलाकों में फ्लैग मार्च किया.