सवालों के घेरे में हैं डीएसपी देविंदर सिंह की भूमिका, एनआईए करेगी जांच
नयी दिल्ली : डीएसपी देविंदर सिंह जम्मू कश्मीर में हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकियों के साथ गिरफ्तार किये गये हैं. उनसे जुड़े कई मामलों का खुलासा हो रहा है. उनसे जुड़े कई ऐसे मामले हैं जिसकी जांच चल रही है. आतंकी मुठभेड़ में उन्हें बहादुरी पुरस्कार मिला है, देविंदर की यह बहादुरी भी जांच के घेरे […]
नयी दिल्ली : डीएसपी देविंदर सिंह जम्मू कश्मीर में हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकियों के साथ गिरफ्तार किये गये हैं. उनसे जुड़े कई मामलों का खुलासा हो रहा है. उनसे जुड़े कई ऐसे मामले हैं जिसकी जांच चल रही है. आतंकी मुठभेड़ में उन्हें बहादुरी पुरस्कार मिला है, देविंदर की यह बहादुरी भी जांच के घेरे में है.
पुलिस को यह संदेह है कि इस मुठभेड़ के दौरान भी इसने आतंकियों को भागने में मदद की. इब इस मामले की भी जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी करेगी. 25-26 अगस्त, 2017 को पुलवामा में पुलिस लाइन पर जैश ए मोहम्मद के आतंकियों ने हमला किया था. इस हमले में सीआरपीएफ के चार जवान शहीद हुए थे. सुरक्षाबलों ने दो आतंकी भी मार गिराये थे. इस मुठभेड़ के बाद देविंदर सिंह को 2018 के गणतंत्र दिवस पर राज्य सरकार की तरफ से वीरता पदक मिला था.
अब देविंदर की गिरफ्तारी के बाद यह संदेह जताया जा रहा है कि कई आतंकी भाग निकले थे. देविंदर ने बाकी आतंकियों को भागने का रास्ता दिखाया था. इस हमले में कितने आतंकी शामिल थे, इसकी पुख्ता जानकारी नहीं मिल सकी है. यह शक था कि मारे गए दो आतंकी के साथ कम से कम छह और आतंकी थे जिनका पता नहीं चला. अब देविंदर से जम्मू-कश्मीर के अलावा आईबी, रॉ और मिलिट्री इंटेलिजेंस (एमआई) सघन पूछताछ कर रही हैं.