आईटी डिपार्टमेंट ने दिहाड़ी मजदूर को भेजा 1.5 करोड़ रुपये का नोटिस, जानिए पूरा मामला
मुंबई: महाराष्ट्र के कल्याण से आर्थिक धोखाधड़ी का एक अजीब मामला सामने आया है. यहां रहने वाले दिहाड़ी मजदूर भाऊसाहेब अहीर को आईटी से नोटिस मिला है जिसमें उसे आयकर के तौर पर डेढ़ करोड़ रुपये का भुगतान करने को कहा गया है. नोटिस के मुताबिक वित्तीय वर्ष 2017-2018 के लिए अहीर को 1,05,82,564 रुपये […]
मुंबई: महाराष्ट्र के कल्याण से आर्थिक धोखाधड़ी का एक अजीब मामला सामने आया है. यहां रहने वाले दिहाड़ी मजदूर भाऊसाहेब अहीर को आईटी से नोटिस मिला है जिसमें उसे आयकर के तौर पर डेढ़ करोड़ रुपये का भुगतान करने को कहा गया है. नोटिस के मुताबिक वित्तीय वर्ष 2017-2018 के लिए अहीर को 1,05,82,564 रुपये का भुगतान करना होगा. नोटिस में ये भी जानकारी दी गयी है कि भाऊसाहेब अहीर के खाते में अन्य जमा राशि के तौर 21 लाख और 56 लाख 81 हजार रुपये की राशि है.
दिहाड़ी मजदूर हैं भाऊसाहेब अहीर
नोटिस के संबंध में बात करते हुए भाऊसाहेब अहीर ने कहा कि मुझे आईटी का नोटिस मिला है जिसमें मुझे डेढ़ करोड़ रूपये का भुगतान करने को कहा गया है. उन्होंने कहा कि मैं एक मजदूर हूं जिसे सप्ताह में एक या दो दिन ही काम मिल पाता है. मैं बड़ी मुश्किल से अपनी अजीविका कमाता हूं. मैंने अपनी अब तक की जिंदगी में एक साथ 1 लाख रुपये नहीं देखे, तो मैं डेढ़ करोड़ रुपये का भुगतान कैसे करूंगा. भाऊसाहेब ने कहा कि यह धोखाधड़ी है. दोषियों की पहचान कर कार्रवाई होनी चाहिए.
Bhausaheb Ahire: I received the I-T notice asking me to pay Rs 1.5 Cr. I am a labourer, who gets work only once or twice a week, I earn my livelihood that way. I've not seen even Rs 1 Lakh in my life, how can I pay Rs 1.05 Cr? This is fraudulence. Action should be taken. (16.01) https://t.co/qycjPdoDsj pic.twitter.com/W0ESiiCaky
— ANI (@ANI) January 17, 2020
मध्य प्रदेश में भी आया ऐसा मामला
हालांकि ये इस तरह का पहला मामला नहीं है. गुरूवार यानी 16 जनवरी को भी मध्य प्रदेश के भिंड में एक युवक रवि गुप्ता को आयकर विभाग का नोटिस मिला था जिमसें उसे साढ़े तीन करोड़ रुपये का भुगतान करने को कहा गया था. नोटिस में लिखा था कि उसके नाम के बैंक खाते से तकरीबन 132 करोड़ रुपये का लेनदेन हुआ है. मीडिया से बातचीत में रवि गुप्ता ने कहा कि उसकी मासिक आय महज 6 हजार रुपये है, वो कहां से साढ़े तीन करोड़ रुपये का भुगतान करेगा.