जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल की सुरक्षा हुई और मजबूत, 19 और कर्मी शामिल
जम्मू : जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल गिरीश चंद्र मुर्मू की सुरक्षा का जिम्मा संभाल रहे विशेष सुरक्षा बल (एसएसएफ) को 19 और पुलिसकर्मी एवं सहायता स्टाफ उपलब्ध कराकर मजबूती प्रदान की गयी है. गृह विभाग के विशेष सचिव शकील-उर-रहमान द्वारा पारित आदेश के मुताबिक, तीन अधिकारियों समेत 13 कर्मियों और छह पुलिसकर्मियों को बृहस्पतिवार को तत्काल […]
जम्मू : जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल गिरीश चंद्र मुर्मू की सुरक्षा का जिम्मा संभाल रहे विशेष सुरक्षा बल (एसएसएफ) को 19 और पुलिसकर्मी एवं सहायता स्टाफ उपलब्ध कराकर मजबूती प्रदान की गयी है.
गृह विभाग के विशेष सचिव शकील-उर-रहमान द्वारा पारित आदेश के मुताबिक, तीन अधिकारियों समेत 13 कर्मियों और छह पुलिसकर्मियों को बृहस्पतिवार को तत्काल प्रभाव के साथ एसएसएफ में प्रतिनियुक्ति पर भेजा गया. अधिकारियों ने बताया कि यह कदम उपराज्यपाल को दी गयी सुरक्षा को मजबूत करने के लिहाज से उठाया गया है. बल में अब कुल 80 प्रशिक्षित अधिकारी होंगे. राज्य प्रशासन परिषद ने 2018 में एक विधेयक को मंजूरी दी थी जिसके तहत राज्यपाल को विशेष सुरक्षा मुहैया कराने के लिए बल गठित करने का प्रावधान था. उस समय जम्मू कश्मीर राज्य के रूप में था.
विधेयक में राज्यपाल और उनके परिवार को विशिष्ट सुरक्षा उपलब्ध कराने के लिए अलग सुरक्षाबल के गठन एवं नियमन का प्रावधान किया गया था. इस विधेयक को बाद में मंजूरी मिल गयी थी. एसएसएफ में तैनात कर्मियों को विशेष सुरक्षा दल (एसएसजी) में उनके समकक्षों की ही तरह कमांडो प्रशिक्षण प्राप्त होता है. नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला के सत्ता में आने के बाद 1996 में एसएसजी का गठन किया गया था. यह मुख्यमंत्री और पूर्व मुख्यमंत्रियों को सुरक्षा प्रदान करना जारी रखेगा. वर्तमान में एसएसजी चार पूर्व मुख्यमंत्रियों नेशनल कॉन्फ्रेंस के फारूक अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला, पीडीपी की महबूबा मुफ्ती और कांग्रेस के गुलाम नबी आजाद को सुरक्षा मुहैया करता है.