भाजपा दिल्ली की सियासी जंग जीतने के लिए हरसंभव कोशिश कर रही है. दिल्ली में 22 सालों से सत्ता का वनवास झेल रही भाजपा ने राजधानी में 5000 जनसभाएं करने की योजना बनायी है. इसके लिए पार्टी पीएम मोदी के अलावा भाजपा दिल्ली में करीब सौ बड़े नेताओं और केंद्रीय मंत्रियों से चुनाव प्रचार करवायेगी.
भाजपा आलाकमान का यह सख्त निर्देश है कि पार्टी के नेता छोटी-छोटी सभाएं करें और हर सभा में 200 से 250 लोगों से ही संवाद करें. भाजपा का मानना है कि इससे मतदाताओं से पार्टी सीधा संवाद स्थापित कर सकेगी. दिल्ली भाजपा ने पार्टी से मांग की है कि पीएम मोदी दिल्ली में कम-से-कम दर्जन भर चुनावी सभाएं करें. इसके अलावा भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा कार्यकर्ताओं में जोश फूंकने के लिए लगातार जोर लगा रहे हैं. नड्डा दिल्ली के सभी 70 विधानसभा के बूथ और मंडल कार्यकर्ताओं से सीधा संवाद करेंगे. जेपी नड्डा अबतक 17 विधानसभा में कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर चुके हैं.
‘केजरीवाल की 10 गारंटी’ लॉन्च
इधर, आम आदमी पार्टी ने रविवार को अपना गारंटी कार्ड ‘केजरीवाल की 10 गारंटी’ को लॉन्च किया. कार्ड को लॉन्च करते हुए सीएम अरविंद केजरीवाल ने बताया कि यह उनका मेनिफेस्टो नहीं है, वह बाद में आयेगा. उन्होंने कहा कि इस गारंटी कार्ड से हम कई योजनाओं की पांच साल तक गारंटी दे रहे हैं. जनता को बता रहे हैं कि ये योजनाएं अगले पांच साल तक लागू रहेंगी. केजरीवाल ने कहा कि अगले कुछ दिनों में मेनीफेस्टो आयेगा. मेनीफेस्टो के लिए डॉक्टर्स, ठेके पर काम करने वालों, शिक्षकों, छात्रों, सफाई कर्मचारियों पर बातें होंगी, लेकिन गारंटी कार्ड सभी दिल्ली वालों को प्रभावित करता है.
केजरीवाल की कुछ मुख्य गारंटी
24 घंटे बिजली, 200 यूनिट फ्री
24 घंटे पानी की सुविधा, 20 हजार लीटर पानी मुफ्त
ग्रेजुएशन तक अच्छी शिक्षा की जिम्मेदारी लेगी सरकार
अच्छा और मुफ्त इलाज की हर परिवार को गारंटी
महिलाओं को फ्री में बस यात्रा स्टूडेंट्स को भी बाद में फ्री यात्रा की सुविधा दी जायेगी
प्रदूषण को कम करने की हर संभव कोशिश की जायेगी
झुग्गीवालों को जहां झुग्गी है वहीं मकान बनाकर देंगे
कांग्रेस-राजद के बीच हुआ गठबंधन, दिल्ली की चार सीटों पर लड़ेगा राष्ट्रीय जनता दल
राजद दिल्ली की चार विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगा. सूत्रों के मुताबिक, बुराड़ी, किराड़ी, पालम और करावलनगर सीट पर राष्ट्रीय जनता दल अपने उम्मीदवार उतारेगा. दिल्ली विधानसभा चुनाव के इतिहास में यह पहली बार है जब कांग्रेस ने किसी अन्य पार्टी से गठबंधन किया हो. राजद ने पूर्वांचल वोटरों को देखते हुए अपने लिए पहले सात सीट और बाद में पांच सीट की डिमांड रखी थी. लेकिन, पांचवीं सीट को लेकर कांग्रेस आलाकमान तैयार नहीं हुआ.
आज भाजपा और कांग्रेस को करना होगा बची सीटों पर उम्मीदवारों का एलान
21 जनवरी को प्रत्याशियों के नामांकन का अंतिम दिन है. इसे देखते हुए कहा जा रहा है कि कांग्रेस ही नहीं, बल्कि भाजपा को भी सोमवार को अपने सभी उम्मीदवारों की घोषणा कर देनी होगी. भाजपा ने अब तक 57 सीटों पर उम्मीदवार घोषित किये हैं, जबकि कांग्रेस को 16 सीटों पर उम्मीदवारों का एलान करना है.
भाजपा-जदयू के बीच भी गठबंधन की बन रही संभावना, मिल सकती हैं दो सीटें
कांग्रेस-राजद गठबंधन के बाद भाजपा और जदयू के बीच भी गठबंधन की संभावनाएं बनती जा रही हैं. पूर्वांचल वोटरों को देखते हुए और बिहार में नीतीश कुमार की सुशासन वाली छवि का दिल्ली चुनाव में लाभ लेने के मकसद से गठबंधन की कोशिश की जा रही है. चर्चा है कि जदयू के लिए भाजपा दो सीट बुराड़ी और संगमविहार छोड़ सकती है. बिहार चुनाव से पहले दिल्ली में ही गठबंधन कर भाजपा जनता को गठबंधन की मजबूती का संदेश देना चाहती है.
जीतनराम मांझी भी तैयार, केजरीवाल सिसोदिया के खिलाफ दिया उम्मीदवार
बिहार के पूर्व सीएम व हम सुप्रीमो जीतनराम मांझी दिल्ली विधानसभा चुनाव में एक दर्जन प्रत्याशी उतारेंगे. उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के खिलाफ प्रत्याशी भी तय कर दिये हैं. बिहार और झारखंड में बड़ी पराजय के बाद भी मांझी डटे हुए हैं.