नयी दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके नेपाली समकक्ष के पी शर्मा ओली ने मंगलवार को जोगबनी-विराटनगर में दूसरी एकीकृत निगरानी चौकी का संयुक्त रूप से उद्घाटन किया. भारत नेपाल सीमा पर स्थित इस निगरानी चौकी का उद्घाटन वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के जरिए किया गया.
आवागमन-व्यापार में होगी सुविधा
इसका निर्माण व्यापार और लोगों की आवाजाही की सुगमता के लिये भारत की सहायता से किया गया है. एकीकृत चौकी 260 एकड़ क्षेत्र में फैली है और यहां की क्षमता प्रतिदिन 500 ट्रक है. परियोजना की लागत 140 करोड़ रुपये आई है. इससे व्यापार में सुधार होगा तथा जनता के बीच संपर्क बेहतर होगा. पहली एकीकृत निगरानी चौकी का निर्माण वर्ष 2018 में रक्सौल-वीरगंज में हुआ था.
भूकंप विस्थापितों के लिए पुनर्वास योजना
जोगबानी-विराटनगर एकीकृत चेकपोस्ट का उद्घाटन करने के बाद दोनों देशों के प्रधानमंत्री नेपाल में आये भूकंप के बाद विस्थापितों के लिए आवास पुनर्निर्माण परियोजनाओं का मुआयना भी करेंगे. बता दें कि गोरखा और नुवाकोट जिलों में भारत सरकार ने विस्थापितों के लिए पचास हजार घरों के निर्माण का लक्ष्य रखा था जिसमें से 45 हजार घरों का निर्माण पूरा हो चुका है.
नेपाल के साथ रिश्ते सुधारने पर रहेगा जोर
प्रधानमंत्री मोदी और केपी शर्मा ओली के बीच इस मुलाकात में संभव है कि कुछ अहम व्यापारिक और रणनीतिक समझौतों पर हस्ताक्षर हो. ये स्पष्ट है कि भारत-नेपाल के बीच दशकों से मजबूत सांस्कृतिक और राजनैतिक संबंध रहा है. हालांकि नेपाल में सत्ता परिवर्तन और सीमावर्ती इलाकों में मधेशी आंदोलन के दौरान भारत की रुख की वजह से नेपाल चीन की तरफ झुका है. भारत इस बदली राजनैतिक स्थिति को बदलना चाहेगा.