बीजेपी ने दक्षिण भारतीय फिल्मों के अभिनेता पवन कल्याण की पार्टी से गठबंधन किया, यहां जानिए पूरी बात
नयी दिल्ली: दक्षिण भारतीय फिल्मों के लोकप्रिय अभिनेता और जन सेना पार्टी के प्रमुख पवन कल्याण ने बीजेपी अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा से उनके आवास पर मुलाकात की. आंध्र प्रदेश में बीजेपी और जन सेना पार्टी के बीच गठबंधन हो गया है. इस घटनाक्रम को बीजेपी द्वारा दक्षिण भारत में जनाधार बढ़ाने के प्रयास के […]
नयी दिल्ली: दक्षिण भारतीय फिल्मों के लोकप्रिय अभिनेता और जन सेना पार्टी के प्रमुख पवन कल्याण ने बीजेपी अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा से उनके आवास पर मुलाकात की. आंध्र प्रदेश में बीजेपी और जन सेना पार्टी के बीच गठबंधन हो गया है. इस घटनाक्रम को बीजेपी द्वारा दक्षिण भारत में जनाधार बढ़ाने के प्रयास के तौर पर देखा जा रहा है.
दक्षिण के लोकप्रिय अभिनेता हैं पवन कल्याण
पवन कल्याण दक्षिण भारतीय फिल्मों के बहुत लोकप्रिय अभिनेता हैं. उनकी वहां जबर्दस्त फैन-फॉलोइंग है. दोनों पार्टियां आंध्र प्रदेश में स्थानीय निकाय का चुनाव और लोकसभा का चुनाव साथ मिलकर लड़ेगी. आंध्र प्रदेश बीजेपी के प्रभारी सुनील देवधर ने जन सेना पार्टी के प्रवक्ता के साथ साझा प्रेस-कांफ्रेंस कर इस गठबंधन की जानकारी दी. इसके बाद पार्टी प्रमुख पवन कल्याण ने दिल्ली में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की.
अगला विधानसभा चुनाव साथ लड़ने की तैयारी
हालांकि ये पहली बार नहीं है जब बीजेपी और जन सेना पार्टी में गठबंधन हुआ है. इससे पहले साल 2014 के चुनाव में भी दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन हुआ था. हालांकि. तब अभिनेता पवन कल्याण चुनाव में उम्मीदवार के तौर पर नहीं उतरे थे. साल 2019 में हालांकि बीजेपी-जनसेना पार्टी के रास्ते अलग हो गये. 2019 के चुनाव में जनसेना पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और लेफ्ट के साथ चुनाव प्रचार में उतरी थी. हालांकि इस बार दोनों पार्टियां ये उम्मीद कर रही हैं कि 2024 के चुनाव में बीजेपी-जनसेना पार्टी गठबंधन की सरकार बनेगी.
मौजूदा और पूर्व सरकार पर भी साधा निशाना
गठबंधन की घोषणा के दौरान बीजेपी के आंध्र प्रदेश प्रभारी सुनील देवधर ने कहा कि आज का दिन हमारे लिये एतिहासिक है. उन्होंने कहा कि हम राज्य की राजनीति में व्याप्त जातिवाद, वशंवाद और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई के लिये एक हुये हैं. उन्होंने नवगठित जगनमोहन रेड्डी सरकार पर हमला बोलते हुये कहा कि ये सरकार थोड़े ही समय में हर मोर्चे पर नाकाम साबित हुई है. यही हाल चंद्रबाबू नायडू की सरकार का भी था. उन्होंने ये भी कहा कि भविष्य में वाईएसआर कांग्रेस और तेलुगु देशम पार्टी के साथ गठबंधन का सवाल ही पैदा नहीं होता.