कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अपने आवास में बुलाई पार्टी नेताओं की बैठक, बजट पर होगी चर्चा
नयी दिल्ली: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आगामी 1 फरवरी को आम बजट पेश करेंगी. सबको इंतजार रहेगा कि मौजूदा आर्थिक हालात से निपटने के लिये सरकार क्या कदम उठाती है. लेकिन इससे पहले विपक्ष संसद में सरकार को घेरने की तैयारियों में लग गया है. इसी के मद्देनजर आज यानी सोमवार की देर शाम […]
नयी दिल्ली: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आगामी 1 फरवरी को आम बजट पेश करेंगी. सबको इंतजार रहेगा कि मौजूदा आर्थिक हालात से निपटने के लिये सरकार क्या कदम उठाती है. लेकिन इससे पहले विपक्ष संसद में सरकार को घेरने की तैयारियों में लग गया है. इसी के मद्देनजर आज यानी सोमवार की देर शाम कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के आवास पर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और सांसदों की एक बैठक होगी जिसमें बजट पर चर्चा होगी.
सोनिया गांधी के आवास पर होगी बैठक
कांग्रेस पार्टी के आधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सोमवार को होने वाली बैठक में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के अलावा वायनाड से सांसद राहुल गांधी, लोकसभा में संसदीय दल के नेता अधीर रंजन चौधरी, राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, वरिष्ठ कांग्रेस नेता आनंद शर्मा, अहमद पटेल और वेणुगोपाल सहित अन्य सांसद भाग लेंगे. सोनिया गांधी के आवास पर देर शाम आयोजित इस बैठक में बजट सहित अन्य मुद्दों पर राजग सरकार को घेरने की रणनीति बनाई जाएगी.
कई लंबित बिलों पर होगी पार्टी की चर्चा
बीते कुछ समय से पार्टी की बैठक हो या चुनावी रैली, कांग्रेस के नेता अर्थव्यवस्था और बेरोजगारी जैसे मुद्दों को लेकर केंद्र सरकार पर हमलावर रहे हैं. ऐसे में ये माना जा रहा है कि सोमवार यानी आज होने वाली पार्टी की बैठक में इन मुद्दों पर भी सरकार को घेरने की रणनीति बनाई जाएगी. हालांकि एक वरिष्ठ कांग्रेसी नेता ने कहा कि बैठक का मुख्य एजेंडा नया बजट ही होगा. इसके अलावा इस बैठक में डाटा प्रोटेक्शन और डीएनए जैसे लंबित बिलों पर चर्चा होगी.
इसके बाद विपक्षी एकजुटता दिखाई जाएगी
एक अन्य वरिष्ठ नेता ने कहा कि सोनिया गांधी के आवास पर होने वाली बैठक में सीएए, एनआरसी और एनआरपी से देश में उपजे मौजूदा हालात पर भी चर्चा होगी. बता दें कि नागरिकता संसोधन कानून, एनपीआर और एनआरसी पर रुख तय करने के लिये जो बैठक बुलाई गयी थी उसमें डीएमके, तृणमूल कांग्रेस, सपा और बसपा ने भाग नहीं लिया था. कांग्रेस को उम्मीद है कि विपक्षी पार्टियां इस बार बुलाए जाने वाले बैठक में भाग लेगी और एकजुटता दिखाएगी.