कोरोना वायरसः केरल में सामने आया पहला मामला, अब चलाया जाएगा जागरूकता अभियान
त्रिशूरः केरल में कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आने के बाद राज्य की स्वास्थ्य मंत्री के. के. शैलजा ने यहां मेडिकल कॉलेज अस्पताल में गुरुवार देर रात उच्च स्तरीय बैठक की. कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए मरीज को अलग वार्ड में रखा गया है. बैठक के बाद शैलजा ने पत्रकारों से कहा कि […]
त्रिशूरः केरल में कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आने के बाद राज्य की स्वास्थ्य मंत्री के. के. शैलजा ने यहां मेडिकल कॉलेज अस्पताल में गुरुवार देर रात उच्च स्तरीय बैठक की. कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए मरीज को अलग वार्ड में रखा गया है. बैठक के बाद शैलजा ने पत्रकारों से कहा कि संक्रमण की आशंका वाले पीड़ितों की पहचान के लिए जागरूकता अभियान चलाया जाएगा और स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिला अधिकारियों को सतर्क कर दिया है.
मंत्री ने कहा कि वुहान विश्वविद्यालय की मेडिकल की छात्रा की हालत स्थिर है, जिसके वायरस से पीड़ित होने की पुष्टि हुई है. उसे अभी जनरल अस्पताल में अलग से रखा गया है. मेडिकल कॉलेज में सभी तरह की स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हैं. स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ ही जिले से आने वाले मंत्री ए. सी. मोइदीन, सी. रवीन्द्रनाथ और वी. एस सुनील कुमार भी बैठक में शामिल हुए.
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि निजी अस्पतालों के प्रतिनिधियों के साथ 31 जनवरी को सुबह 11 बजे बैठक की जाएगी. मंत्री ने कहा कि हमें लोगों के बीच जागरूकता पैदा करने की जरूरत है. कोई भी फर्जी खबर फैलाने वाले के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. हम हर दिन उच्च स्तरीय बैठक करेंगे और नयी जानकारी के साथ मेडिकल बुलेटिन जारी करेंगे.
शैलजा ने पहले संवाददताओं से कहा था कि चीन से लौटे चार छात्रों में से एक को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया है. कुल 20 नमूने पुणे के ‘नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी’ में भेजे गए थे जिनमें से 10 नमूने नकारात्मक पाए गए लेकिन इनमें से एक संक्रमित पाया गया. चीन में खतरनाक कोरोना वायरस के संक्रमण से मरने वालों की संख्या 213 पहुंच गयी है, वहीं 9,692 लोग वायरस की चपेट में आए हैं.