Budget 2020: स्मृति से लेकर गिरिराज तक, निर्मला सीतारमण के बजट पर किसने क्या कहा?

नयी दिल्ली : केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने शनिवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किये गये बजट को मौजूदा दौर में अर्थव्यवस्था की सभी चुनौतियों का समाधान देने वाला बताया है. वस्त्र और महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने संसद भवन परिसर में बजट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, इस […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 1, 2020 5:47 PM

नयी दिल्ली : केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने शनिवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किये गये बजट को मौजूदा दौर में अर्थव्यवस्था की सभी चुनौतियों का समाधान देने वाला बताया है.

वस्त्र और महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने संसद भवन परिसर में बजट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, इस बजट में अर्थव्यवस्था की सभी प्रकार की चुनौतियों का समाधान देने का प्रयास किया गया है.

उन्होंने वस्त्र उद्योग क्षेत्र एवं महिला और बाल कल्याण के लिए बजट में विशेष प्रावधान किये जाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री का आभार जताया.

ईरानी ने कहा, महिला और बच्चों से संबंधित विशेष तौर पर पोषण पर वित्त मंत्री ने खास तौर ध्यान केंद्रित किया, उसके लिए मैं उनका आभार व्यक्त करती हूं. वित्त मंत्री ने सभी वर्गों का ध्यान रखने वाला दूरदर्शी बजट प्रस्तुत किया है.

कर में कटौती के बजट प्रस्ताव के बारे में ईरानी ने कहा, बजट में मध्यम वर्गीय परिवारों को कर में राहत दी गयी है. मध्यम वर्ग के लिए इस बजट के कारण आज का दिन दिवाली के समान है.

केंद्रीय तेल एवं पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इस बजट से कृषि क्षेत्र के व्यवसायीकरण का मार्ग प्रशस्त होने का दावा करते हुए कहा, कृषि की बाजार व्यवस्था खड़ी होगी, कृषि क्षेत्र में निवेश की मात्रा बढ़ेगी. प्रधान ने कहा कि कृषि और ग्रामीण विकास के अलावा शिक्षा और स्वास्थ्य पर बजट आवंटन को बढ़ाने और अनुसूचित जाति, जनजाति एवं पिछड़े वर्गों के कल्याण पर बजट राशि को बढ़ाने का सीधा असर समाज के बड़े वर्ग को सकारात्मक रूप से प्रभावित करेगा.

केंद्रीय उपभोक्ता कार्य, खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री राम विलास पासवान ने बजट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, यह बजट आम आदमी के हितों के अनुरूप है. अनुसूचित जाति, जनजाति एवं पिछड़े वर्गों के कल्याण पर बजट राशि 85 करोड़ रुपये दिया जाना स्वागतयोग्य है. साथ ही कर में कटौती का प्रस्ताव मध्यम वर्ग को राहत देगा. कुल मिलाकर यह बजट सभी वर्गों के हितों को ध्यान में रखकर बनाया गया है.

केंद्रीय अक्षय ऊर्जा मंत्री आर के सिंह ने बजट में मध्यम वर्ग, अनुसूचित जाति, जनजाति और पिछड़े वर्गों सहित सभी वर्गों के लिए हितों का ध्यान रखा गया है. सिंह ने कहा, बजट में किसानों को अक्षय ऊर्जा से जोड़ने की योजना का प्रावधान किया गया है. इससे अन्नदाता अब ऊर्जा दाता बन सकेंगे. उन्होंने कहा, इसके तहत किसान अब अपनी बंजर भूमि पर सौर ऊर्जा संयत्र लगा कर 60 हजार रुपये प्रति एकड़ प्रति वर्ष आय प्राप्त कर सकेंगे. इससे किसानों की आय में बढ़ोतरी होगी. साथ ही किसानों को सिंचाई के लिए सोलर पंप देने की योजना को भी व्यापक किया गया है. सिंह ने कहा कि इसका दोहरा लाभ होगा, पहला किसानों के सिंचाई खर्च में भारी कटौती होगी और दूसरा कृषि डीजल मुक्त हो सकेगी जिससे पर्यावरण को लाभ होगा.

मत्स्यपालन, पशुपालन एवं डेयरी विकास मंत्री गिरिराज सिंह ने बजट में ‘सागर मित्र’ परियोजना को बढ़ावा देने के लिए वित्त मंत्री का आभार प्रकट किया. उन्होंने कहा, सागर मित्र योजना से रोजगार के अवसर बढ़ेंगे. इससे मछुआरों को आर्थिक मजबूती मिलेगी. भारत इस योजना के बलबूते मत्स्य उद्योग के क्षेत्र में ऊंची छलांग लगा सकेगा. उन्होंने पशुधन को रोगमुक्त करने के लिए बजट में विशेष प्रावधान किये जाने के प्रस्ताव का भी स्वागत करते हुए कहा, यह बजट किसानों, पशुपालकों, कारोबारियों और अन्य व्यवसायों में लगे सभी वर्गों के लिये लाभप्रद साबित होगा.

अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा, यह बजट आज की मजबूत अर्थव्यवस्था को और अधिक मजबूत करेगा. यह अर्थव्यवस्था की मजबूती पर लोगों के विश्वास को बढ़ायेगा. उन्होंने बजट में किसी तरह के विवादित प्रावधानों की आशंका को खारिज करते हुए कहा कि इसमें सभी वर्गों की जरूरतों और हितों को ध्यान में रखा गया है.

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