नयी दिल्ली : आम आदमी पार्टी (आप) जल्द ही अपने अंतिम चरण का कैंपेन शुरू करने जा रही है. उसका स्लोगन भी बदल गया है. पार्टी का नया नारा ‘अच्छे होंगे पांच साल, दिल्ली में तो केजरीवाल’ दिया है. पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने पार्टी मुख्यालय में सोमवार को यह जानकारी दी है. उन्होंने कहा कि मंगलवार (4 फरवरी, 2020) से अगले 3 दिनों तक पार्टी अपने अंतिम चरण का कैंपेन करेगी.
उन्होंने बताया कि कैंपेन में पार्टी के तमाम फ्रंटल संगठनों के लगभग 500 वक्ता दिल्ली के अलग-अलग क्षेत्रों में प्रतिदिन 10-10 मीटिंग करेंगे. दिल्ली की 70 विधानसभाओं में लगभग 15,000 ऐसी मीटिंग होगी. उन्होंने कहा कि प्रत्येक विधानसभा में पार्टी के लगभग 5,000 कार्यकर्ता एवं समर्थक, भारतीय जनता पार्टी के समर्थकों एवं मतदाताओं से बातचीत करेंगे. आम आदमी पार्टी का हर कार्यकर्ता तीन भाजपा समर्थकों को आप को वोट देने के लिए सहमत करेगा.
संजय सिंह ने कहा कि जैसे-जैसे चुनाव अंतिम चरण में पहुंच रहा है, आम आदमी पार्टी की जीत का मार्ग प्रशस्त होता जा रहा है. जीत का अंतर जैसे-जैसे बढ़ रहा है, हार के डर से भाजपा और उसके तमाम नेता आपत्तिजनक और ऐसी टिप्पणियां करने लगे हैं, जिसमें उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करके उनके खिलाफ कार्यवाही करनी चाहिए.
उन्होंने कहा कि पहले भाजपा के एक सांसद ने अरविंद केजरीवाल को आतंकवादी कहा. उसके बाद भाजपा के हरियाणा के मुख्यमंत्री ने उन्हें बंदर कहा. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनकी बीमारी का मजाक उड़ाया और आज भाजपा के केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने अरविंद केजरीवाल को आतंकवादी कहा.
श्री सिंह ने कहा कि बड़े ही आश्चर्य की बात है कि दिल्ली की राजधानी जहां पर संसद है, पूरी सरकार है, चुनाव आयोग है, वहां पर इस प्रकार की घटनाएं हो रही हैं. इस प्रकार की बयानबाजी हो रही है. अपशब्दों का प्रयोग किया जा रहा है. मीडिया के माध्यम से संजय सिंह ने पूरी भाजपा को चुनौती देते हुए कहा कि यदि अरविंद केजरीवाल आतंकवादी है, तो उन्हें गिरफ्तार करो और जेल में डालकर दिखाओ.
आप के नेता ने कहा, ‘मैंने पहले ही कहा था कि दिल्ली के माहौल को बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है. दिल्ली में बवाल कराने की साजिश रची जा रही है. आप सभी देख रहे हैं कि पिछले 3 दिन से लगातार दिल्ली की सड़कों पर फायरिंग हो रही है. तमंचा कल्चर को खुलेआम प्रोत्साहित किया जा रहा है. दिल्ली की सड़कों पर जो कुछ भी हो रहा है, किस तरह से भड़काऊ भाषण दिये जा रहे हैं. हम काम की बात करते हैं, वे गोली चलाने की बात करते हैं. मुद्दों की बात ही नहीं हो रही है.’