दिल्ली विधानसभा चुनाव :PM मोदी का केजरीवाल पर हमला, कहा- दोष देने वाली नहीं, दिशा देने वाली सरकार चाहिए
नयी दिल्ली : द्वारका में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 11 फरवरी को क्या परिणाम आने वाले हैं, यह पहले ही स्पष्ट हो चुका है. दिल्ली का चुनाव इस दशक का पहला चुनाव है. यह दशक भारत का दशक होने वाला है. आपके आज लिये गये फैसले आने […]
नयी दिल्ली : द्वारका में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 11 फरवरी को क्या परिणाम आने वाले हैं, यह पहले ही स्पष्ट हो चुका है. दिल्ली का चुनाव इस दशक का पहला चुनाव है. यह दशक भारत का दशक होने वाला है. आपके आज लिये गये फैसले आने वाले समय को ठीक करेगा. आज देश की राजधानी को इस दशक का (2030 तक का) रास्ता दिखाना है. सभी मतदाताओं से मतदान की अपील है.
मोदी ने कहा कि दिल्ली और देश के हित में इसबार एकजुट होकर एक स्वर में पूरी ताकत के साथ खड़ा होना है. दिल्ली को दोष देने वाली नहीं दिशा देने वाली सरकार चाहिए. दिल्ली को रोड़े अटकाने वाली और नफरत फैलाने वाली राजनीति से मुक्ति चाहिए. दिल्ली को उलझाने वाली नहीं, सुलझाने वाली राजनीति चाहिए. दिल्ली को विकास रोकने वाला नहीं, सबका साथ सबका विकास करने वाला नेतृत्व चाहिए.
केजरीवाल सरकार पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि जिसके दिल में गरीब के प्रति संवेदना होगी वह कभी गरीबों को लाभ पहुंचाने वाले योजनाओं में रोड़े नहीं अटकायेगा. दिल्ली में पिछले पांच साल से केंद्र की योजनाओं को लागू करने से पहले यहां मना किया गया है. दिल्ली की मौजूदा सरकार गरीब विरोधी सरकार है. दिल्ली के गरीबों का क्या गुनाह है कि इन्हें आयुष्मान भारत योजना का लाभ नहीं दिया जा रहा.
मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार की विकास योजनाओं का लाभ दिल्ली वालों को मिल सके इसके लिए यहां भाजपा की सरकार जरूरी है. केजरीवाल सरकार ने यहां के गरीब लोगों को आवास योजना का भी लाभ नहीं लेने दिया. आयुष्मान योजना के तहत 5 लाख रुपये का मुफ्त बीमा दिया जा रहा है. वे दलील देते हैं कि मुहल्ला क्लिनिक में मुफ्त इलाज होता है. लेकिन दिल्ली का कोई गरीब अगर दिल्ली के बाहर बीमार पड़ता है तो वहां कौन सा मुहल्ला क्लिनिक मिलेगा.
मोदी ने कहा कि हमने जर्मनी की जनसंख्या के बराबर लोगों को बिजली कनेक्शन दिया है. आवास योजना के अंतर्गत सरकार ने देश में जितने भी घर बनाये हैं, वह श्रीलंका की कुल जनसंख्या के बराबर है. भारत जैसे विकासशील देश में ऐसी ही गति से विकास के कार्य करने की आवश्यकता है. अब दिल्ली को भी ऐसी ही सरकार की जरूरत है जो विकास की गति से गति मिलाकर चल सके.
उन्होंने कहा कि यहां ऐसी सरकार चाहिए, जो अपने सैनिकों का सम्मान करे. दिल्ली में ऐसा नेतृत्व चाहिए जो सीएए, आर्टिकल 370 जैसे राष्ट्रीय सुरक्षा के तमाम फैसलों पर देश का साथ देने वाला हो. अपनी तुष्टीकरण की राजनीति के लिए लोगों को भड़काने वाले लोग दिल्ली का भला नहीं कर पायेंगे. ये लोग बाटला हाउस के आतंकियों के लिए रो सकते हैं. उनका साथ देने के लिए सुरक्षाबलों को कटघरे में खड़ा कर सकते हैं. लेकिन दिल्ली का विकास नहीं कर सकते हैं.
नरेंद्र मोदी ने कहा कि दिल्ली का विकास हर रोज नये नये बहाने और विकास को कोसने से नहीं हो सकता है. दिल्ली का विकास एक दूरदर्शी सोच, कड़े और बड़े फैसले लेने वाली सरकार से होगा. दिल्ली के लोग ये जानते हैं कि दिल्ली के साथ क्या हुआ है. जो गलती हुई है उसे सुधारने का मौका आपको 8 फरवरी को मिलेगा. इस दिन आपको अपनी ताकत दिखानी है.