बुराड़ी के JDU प्रत्याशी शैलेंद्र कुमार बोले : केजरीवाल के अच्छे बीते 5 साल, दिल्ली को क्या मिला…

मिथिलेश झा/उत्पल कांत आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल के 5 साल अच्छे बीते. दिल्ली के लोगों को पांच साल में क्या मिला. केजरीवाल ने 2015 के विधानसभा चुनाव में 70 वादे किये थे. कोई पूरा नहीं किया. आम आदमी पार्टी (AAP) अब 10 गारंटी दे रही है. इसमें वही वादे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 5, 2020 3:18 PM

मिथिलेश झा/उत्पल कांत

आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल के 5 साल अच्छे बीते. दिल्ली के लोगों को पांच साल में क्या मिला. केजरीवाल ने 2015 के विधानसभा चुनाव में 70 वादे किये थे. कोई पूरा नहीं किया. आम आदमी पार्टी (AAP) अब 10 गारंटी दे रही है. इसमें वही वादे हैं, जो 5 साल पहले किये गये थे. इसका मतलब साफ है कि केजरीवाल की सरकार ने पूरे 5 साल में कोई काम नहीं किया. अभी लोगों को बिजली, पानी और महिलाओं की बस यात्रा फ्री है, लेकिन मार्च, 2020 के बाद ये चीजें मुफ्त नहीं मिलेंगी. यह कहना है राजधानी दिल्ली के बुराड़ी विधानसभा क्षेत्र के जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के नेता और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के उम्मीदवार शैलेंद्र कुमार का.

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जदयू का कहना है कि बुराड़ी की जनता अरविंद केजरीवाल के झूठ का खेल समझ चुकी है. अब उन्हें कोई मौका नहीं मिलेगा. इस बार जनता आम आदमी पार्टी को सबक सिखायेगी और एनडीए के उम्मीदवार को ही जिताकर विधानसभा भेजेगी. उन्होंने अपने चुनावी मुद्दे में हर तरह की नशाबंदी को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है. उनका कहना है कि बुराड़ी विधानसभा के मुकुंदपुर में हर तरह का नशा उपलब्ध है. वह क्षेत्र में नशामुक्ति का अभियान चलायेंगे और लोगों को नशे से तौबा करने के लिए प्रेरित करेंगे, ताकि उनके घर में सुख-चैन और समृद्धि आये.

एनडीए उम्मीदवार शैलेंद्र कुमार की दूसरी प्राथमिकता है ग्रामसभा की जमीन की रक्षा करना. क्षेत्र में सामुदायिक हॉल, स्टेडियम और स्कूलों का निर्माण करवाना. श्री कुमार कहते हैं कि आम आदमी पार्टी (आप) के वर्तमान विधायक संजीव झा ने ग्रामसभा की जमीन बेचने की कोशिश की है. प्रॉपर्टी डीलर उस जमीन पर दावा कर रहा है. संजीव झा विकास के बड़े-बड़े दावे कर रहे हैं, लेकिन सच्चाई यह है कि उन्होंने 5 साल के दौरान जनहित का कोई काम नहीं किया. उन्होंने अपना और अपनी पार्टी का विकास किया. उनकी असलियत अब सबके सामने आ गयी है.

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शैलेंद्र कुमार और उनके कार्यालय में मौजूद उनकी सहयोगी पार्टी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता एक-एक कर अरविंद केजरीवाल सरकार की नीतियों की खामियां और उनकी विफलताओं के बारे में बताते हैं. बुराड़ी विधानसभा क्षेत्र के वरिष्ठ भाजपा नेता चंद्रभूषण सिंह कहते हैं कि केजरीवाल ने अक्टूबर, 2019 से बिजली और पानी को फ्री कर दिया है. मार्च के बाद ये चीजें मुफ्त नहीं मिलेंगी. कहने को तो लोगों को मुफ्त में पानी मिल रहा है, लेकिन यह पीने लायक नहीं है. इसलिए लोगों को जार खरीदना पड़ रहा है. एक जार की कीमत 20 रुपये आती है. हर दिन एक जार लें, तो 30 दिन में 600 रुपये और दो जार लेना पड़े, तो 1200 रुपये खर्च हो जाते हैं. फिर पानी फ्री कैसे है?

उन्होंने कहा कि सरकार ने बस में महिलाओं के लिए यात्रा फ्री कर दी. बस बढ़ी ही नहीं. सड़क पर बस ही नहीं होगी, तो फ्री यात्रा का क्या मतलब है? यह सुविधा भी 31 मार्च के बाद खत्म हो जायेगी. श्री सिंह कहते हैं कि 5 साल में सरकार ने कोई बस नहीं खरीदी. अभी सड़क पर जो भी बसें चल रही हैं वो मोंटी चड्ढा की प्राइवेट बसें हैं. सरकार उसे सब्सिडी दे रही है. उन्होंने कहा कि यह सरकार कह रही है कि अस्पतालों में सुविधाएं बढ़ा दी हैं. लेकिन सच्चाई यह है कि अस्पताल की मशीनें खराब हैं. एंटी रैबीज के इंजेक्शन तक उपलब्ध नहीं हैं.

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भाजपा के ही एक और नेता भोजराज भट्ट कहते हैं कि वर्ष 2006 में बुराड़ी में बिजली थी, लेकिन अरविंद केजरीवाल की सरकार ने वर्ष 2016 में इस क्षेत्र को गैर-विद्युतीकृत क्षेत्र घोषित कर दिया. श्री भट्ट कहते हैं कि केजरीवाल की सरकार मुफ्त बिजली और पानी देने के दावे कर रही है, लेकिन इस सरकार ने बिजली कनेक्शन का शुल्क करीब तीन गुणा बढ़ा दिया है. एक किलोवाट के कनेक्शन का शुल्क पहले 3,600 रुपये देना पड़ता था, जो अब 10,400 रुपये हो गया है. इसी तरह 2 किलोवाट के कनेक्शन के लिए 4,200 रुपये की जगह अब 20,800 रुपये देने पड़ते हैं.

श्री भट्ट कहते हैं कि इस सरकार ने स्कूलों में सिर्फ कमरे बनवाये हैं. पुराने स्कूलों की डेंटिंग-पेंटिंग करके उसे चमका दिया है. कोई नया स्कूल नहीं खोला. स्कूलों में विज्ञान (Science) और वाणिज्य (Commerce) की पढ़ाई की व्यवस्था नहीं है. एक क्लास के एक-एक सेक्शन में 80-100 बच्चे पढ़ते हैं. स्कूलों में शिक्षकों की अब तक बहाली नहीं हुई. सिर्फ कागजों पर यह सरकार बड़े-बड़े दावे कर रही है. सरकारी स्कूलों का बढ़िया रिजल्ट दिखाने के लिए इस सरकार ने 2.5 लाख बच्चों को नौवीं में फेल कर दिया. इन्हें प्राइवेट से परीक्षा देने के लिए मजबूर किया गया. भाजपा नेता श्री भट्ट पूछते हैं कि यदि स्कूलों की पढ़ाई इतनी ही सुधर गयी है, तो AAP के नेता अपने बच्चों को उसमें क्यों दाखिला नहीं दिलवाते.

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आम आदमी पार्टी सरकार के स्वास्थ्य सेवा में सुधार के दावों को भी भाजपा नेता खोखला बता रहे हैं. रामकिशन बंसीवाल कहते हैं कि बाबू जगजीवन राम अस्पताल के ऑपरेशन थियेटर को इस सरकार ने बंद कर दिया. जिस मोहल्ला क्लिनिक का इतना बखान केजरीवाल और उनके नेता कर रहे हैं, वे क्लिनिक असामाजिक तत्वों का अड्डा बनकर रह गये हैं. उनका कहना है कि जब केजरीवाल 2015 में चुनाव लड़ रहे थे, तो उनकी पार्टी का नारा था : भ्रष्टाचार का एक ही काल केजरीवाल-केजरीवाल. आज यही केजरीवाल भ्रष्टाचार में आकंठ डूबे हैं. इनकी योजनाओं की निष्पक्ष जांच होते ही इनकी ईमानदारी की कलई खुल जायेगी.

श्री बंसवाल कहते हैं कि महिलाओं को बस में फ्री यात्रा की सुविधा दी जा रही है. कामकाजी महिलाएं मेट्रो में यात्रा करती हैं और घरेलू महिलाएं यदा-कदा ही बस में यात्रा करती हैं. महिलाओं के लिए बस फ्री कर दी है, तो करें. लेकिन इससे पहले स्कूल-कॉलेज के बच्चों को फ्री यात्रा का लाभ देना चाहिए. लेकिन, वह ऐसा नहीं करेंगे, क्योंकि स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे आम आदमी पार्टी को वोट नहीं देंगे. भाजपा और जदयू के नेता कहते हैं कि हर टेंडर में लूट मची है. सीवेज सिस्टम नहीं बना है, जिसकी वजह से मुहल्लों में लोग आपस में कई बार लड़ पड़ते हैं. केजरीवाल ने 5 साल में लोगों को लड़ाने का काम किया है, विकास का कोई काम नहीं किया.

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