संसद : राज्यसभा में बोले PM मोदी- CAA के खिलाफ प्रदर्शन के नाम पर अराजकता फैलायी गयी
नयी दिल्ली : गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा की. राज्यसभा में बोलते हुए मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति का अभिभाषण 130 करोड़ लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करता है. उन्होंने कहा कि उच्च सदन से मेरे जैसे नये सदस्यों को मार्गदर्शन की अपेक्षा थी […]
नयी दिल्ली : गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा की. राज्यसभा में बोलते हुए मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति का अभिभाषण 130 करोड़ लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करता है. उन्होंने कहा कि उच्च सदन से मेरे जैसे नये सदस्यों को मार्गदर्शन की अपेक्षा थी लेकिन मुझे निराशा हाथ लगी. ऐसा लगता है कि आप जहां ठहर गये हैं वहां से आगे बढ़ने का नाम नहीं ले रहे. पढ़ें लाइव अपडेट्स…..
– एक सांसद ने कहा कि जम्मू-कश्मीर को लेकर फैसले बिना किसी चर्चा के हुए. यह अवलोकन सही नहीं है. पूरे राष्ट्र ने इस विषय पर विस्तृत चर्चा की है. सांसदों ने फैसले के पक्ष में मतदान किया.
– जम्मू-कश्मीर में पहली बार लोगों को आरक्षण मिला. पहली बार महिलाओं को ये अधिकार मिला कि अगर वे जम्मू-कश्मीर से बाहर शादी करती हैं तो उनकी संपत्ति छीनी नहीं जायेगी. पहली बार जम्मू-कश्मीर में रेरा का गठन हुआ. पहली बार जम्मू-कश्मीर में एंटी करप्शन ब्यूरो का गठन हुआ. पहली बार जम्मू-कश्मीर में अलगाववाद को सीमापार से हो रही फंडिंग पर नियंत्रण पाया गया.
– मोदी ने कहा, पहली बार जम्मू-कश्मीर के पुलिसकर्मी अब कन्याकुमारी या अंडमान निकोबार घूमने जा सकते हैं. पहली बार ग्राम पंचायत के लिए शांतिपूर्ण मतदान हुए. 18 महीनों में 2.5 लाख शौचालय का निर्माण हुआ. 18 महीनों में 3.5 लाख लोगों को आयुष्मान भारत के गोल्ड कार्ड दिये जा चुके हैं.
– मोदी ने कहा, पुराने कारनामे इतनी जल्दी लोग भूलते नहीं हैं. जब तेलंगाना बना, तो इस सदन का क्या हाल था? दरवाजे बंद कर दिये गये थे, टीवी का टेलीकास्ट बंद कर दिया गया था. चर्चा का तो कोई स्थान ही नहीं बचा था और जिस हालात में वो पारित किया गया था, कोई भूल नहीं सकता.
– मोदी ने कहा, सिर्फ 18 महीनों में जम्मू-कश्मीर में डेढ़ लाख बुजुर्गों और दिव्यांगों को पेंशन योजना से जोड़ा गया. जम्मू-कश्मीर में पीएम आवास योजना के तहत मार्च 2018 तक सिर्फ 3.5 हजार मकान बने थे. दो साल से भी कम समय में इसी योजना के तहत 24 हजार से ज्यादा मकान बने हैं.
– मोदी ने कहा, अब जम्मू-कश्मीर में पीएम पैकेज समेत अन्य कई योजनाओं को तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है. पहली बार जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों के खिलाफ पुलिस और सेना मिलकर निर्णायक कार्रवाई कर रहे हैं.
– मोदी आगे कहते हैं कि वाइको जी ने कहा कि 5 अगस्त 2019 जम्मू-कश्मीर के लिए काला दिन है, मैं कहता हूं कि 5 अगस्त जम्मू-कश्मीर में आतंक और अलगाववाद को बढ़ावा देने वालों के लिए काला दिन साबित हो चुका है.
– मोदी ने कहा, नार्थ-ईस्ट अभूतपूर्व शांति के साथ आज भारत की विकास यात्रा का एक अग्रिम भागीदार बना है. 40-50 साल से वहां जो हिंसक आंदोलन चलते थे, आज वो आंदोलन बंद हुए हैं और शांति की राह पर पूरा नार्थ-ईस्ट आगे बढ़ रहा है.
– पीएम मोदी ने कहा, ब्रू शरणार्थियों की स्थिति काफी दयनीय थी. फिर भी, जिस पार्टी ने पूर्वोत्तर के अधिकांश हिस्सों पर दशकों तक शासन किया और दशकों से त्रिपुरा पर राज करने वाली पार्टी ने इस समस्या के बारे में कुछ नहीं किया. यह हमारी सरकार थी जिसे इस बड़ी समस्या को हल करने का सम्मान मिला.
– मोदी ने अर्थव्यवस्था पर कहा, यहां अर्थव्यवस्था के विषय में चर्चा हुई. देश में निराश होने का कोई कारण नहीं है. अर्थव्यवस्था के जो बेसिक मानदंड है, उनमें आज भी देश की अर्थव्यवस्था सशक्त है, मजबूत है और आगे जाने की ताकत रखती है. निराशा देश का भला कभी नहीं करती, इसलिए 5 ट्रिलियन डॉलर की इकॉनोमी की बात का सुखद परिणाम यह हुआ कि जो विरोध करते हैं, उन्हें भी 5 ट्रिलियन डॉलर इकॉनोमी की बात करनी पड़ती है. मानसिकता तो बदली है हमने.
– पीएम मोदी ने कहा, GST भारत के फेडरल स्ट्रक्चर का एक बहुत बड़ा अचीवमेंट है. अब राज्यों की भावनाओं का उसमें प्रकटीकरण होता है. हमारा मत है कि जहां समयानुकूल परिवर्तन आवश्यक हैं, परिवर्तन करने चाहिए. विपक्ष पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि जीएसटी को लेकर अगर इतना ही ज्ञान आपके पास था तो इसे लटकाए क्यों रखा था.
– संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) पर बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा, संविधान की दुहाई देकर अलोकतांत्रिक गतिविधियां की गयीं, प्रदर्शन के नाम पर अराजकता फैलायी गयी. सदन में सीएए पर चर्चा हुई है. यहां बार-बार ये बताने की कोशिश की गयी कि अनेक हिस्सों में प्रदर्शन के नाम पर अराजकता फैलायी गयी. जो हिंसा हुई, उसी को आंदोलन का अधिकार मान लिया गया.
– मोदी ने कहा, सीएए को लेकर जो कुछ भी कहा जा रहा है, उसको लेकर सभी साथियों को खुद से सवाल पूछना चाहिए. देश को Misinform करने और Misguide करने की प्रवृत्ति को हमें रोकना चाहिए.
– मोदी ने कहा, 24 घंटे अल्पसंख्यकों की दुहाई देते रहते हैं। लेकिन अतीत की गलतियों की वजह से पड़ोस में जो अल्पसंख्यक बन गये उनकी पीड़ा आपको क्यों प्रतीत नहीं हो रही है? विपक्ष के जो लोग पहले सायलेंट थे वो आज वायलेंट हैं.