बिहार की क्षेत्रीय पार्टी से हुई थी अमानतुल्ला खान के राजनीतिक करियर की शुरुआत
नयी दिल्ली : आम आदमी पार्टी ने मुस्लिम बहुल पांच सीटों पर जीत दर्ज की. आम आदमी पार्टी में रहकर अपनी बयानबाजी से चर्चा रहे अमानतुल्ला खान को ओखला विधानसभा में 1.3 लाख वोट मिले और उन्होंने बीजेपी के ब्रह्म सिंह को 71,827 वोटों से हरा दिया. दिल्ली विधानसभा चुनाव में यह जीत का बड़ा […]
नयी दिल्ली : आम आदमी पार्टी ने मुस्लिम बहुल पांच सीटों पर जीत दर्ज की. आम आदमी पार्टी में रहकर अपनी बयानबाजी से चर्चा रहे अमानतुल्ला खान को ओखला विधानसभा में 1.3 लाख वोट मिले और उन्होंने बीजेपी के ब्रह्म सिंह को 71,827 वोटों से हरा दिया. दिल्ली विधानसभा चुनाव में यह जीत का बड़ा अंतर है.
2015 के चुनाव में खान ने ब्रह्म सिंह को 64,532 के अंतर से हराया था. अमानतुल्लाह खान खान को 66% वोट शेयर मिले.अमानतुल्ला ने अपनी पहचान मुस्लिम नेता के रूप में स्थापित कर ली है. जीत के बाद अमानतुल्ला पैतृक गांव अगवानपुर में मंगलवार शाम जुलूस निकाला गया, जिसमें बवाल हो गया. पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा. पढ़ें अमानतुल्ला का राजनीतिक सफर
अमानतुल्ला खान के परिवार से राजनीति में कोई नहीं है. साल 2008 में लोकजनशक्ति पार्टी से पहली बार उन्होंने चुनाव लड़ा था. साल 2015 में आम आदमी पार्टी से चुनाव लड़े और जीत हासिल की. इनके परिवार में पत्नी के साथ- साथ दो बच्चे हैं. अमानतुल्ला खान चार भई बहन है. राजनीति में आने से पहले अमानतुल्ला खान कपड़े के व्यापार में शामिल थे. इन्होंने स्नातक तक की पढ़ाई पूरी की है.
इस जीत के पीछे उनके काम का बड़ा योगदान बताया जाता है. इन्होंने अनधिकृत कॉलोनियों में सड़कें बनवाईं. पानी की पाइपलाइन डलवाई. 100 ट्रांसफार्मर लगवाए. पिछले महीने नागरिकता संशोधन कानून के प्रदर्शन में अमानतुल्लाह खान का नाम सामने आया था. जिसे लेकर गाजियाबाद में उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई.