आप की जीत से राजनीति में नये चेहरों ने हनक के साथ किया प्रवेश, मतदाताओं ने युवा तुर्कों पर जताया भरोसा
विश्वत सेन दिल्ली, देश की राजधानी वाली दिल्ली, राजा अनंगपाल के नाती पृथ्वीराज चौहान वाली दिल्ली, कुतुबुद्दीन ऐबक और बहादुरशाह जफर वाली दिल्ली. दिल्ली की राजनीति में सिक्के के दो पहलू चित और पट की तरह बारी-बारी से जीत हासिल कर सत्तासीन होने वाली देश की दो पार्टियां भाजपा और कांग्रेस की इस समय सांसें […]
विश्वत सेन
दिल्ली, देश की राजधानी वाली दिल्ली, राजा अनंगपाल के नाती पृथ्वीराज चौहान वाली दिल्ली, कुतुबुद्दीन ऐबक और बहादुरशाह जफर वाली दिल्ली. दिल्ली की राजनीति में सिक्के के दो पहलू चित और पट की तरह बारी-बारी से जीत हासिल कर सत्तासीन होने वाली देश की दो पार्टियां भाजपा और कांग्रेस की इस समय सांसें फुल रही हैं. वर्ष 1958 से लेकर वर्ष 2013 तक कभी भाजपा तो कभी कांग्रेस की गढ़ रही देश की राजधानी दिल्ली में वर्ष 2011 के दौरान अन्ना का आंदोलन हुआ, तो किसी को इस बात का अंदाजा तक नहीं था कि आंदोलन की कोख से कोई पार्टी भी पैदा होगी. …और कोई पार्टी पैदा भी होगी, तो भारतीय राजनीति में इतनी मजबूती के साथ अपना दमखम ठोकेगी.
आंदोलन की बिसात पर जिस आम आदमी पार्टी का जन्म हुआ, उसने वर्ष 2013 के बाद से ही देश के तमाम राजनीतिक दलों की हवा खराब करने के साथ ही भारतीय राजनीति का रुख ही बदल दिया. इस नयी पार्टी ने न केवल भारतीय राजनीति के रुख को बदल दिया, बल्कि इसने पुराने खुर्राट और घाघ राजनेताओं के सामने नये चेहरों को भी परोस दिया.
मजा तो यह कि इस नयी-नवेली पार्टी ने राजनीति के जिन नौसिखिए और नये-नवेले चेहरों को राजनीति के मैदान में कूदा दिया, उन्होंने न केवल बीते तीन विधानसभा चुनावों में अपनी जीत दर्ज की, बल्कि उन्होंने पूरे हनक के साथ भारतीय राजनीति में प्रवेश भी किया. आज, नौ साल पहले आंदोलन के रूप में उठे उसी बवंडर का नतीजा है कि देश की राजधानी दिल्ली के मतदाताओं ने आम आदमी पार्टी के युवा तुर्कों पर भरोसा जताया और न केवल एक बार भरोसा जताया, बल्कि बार-बार भरोसा जताया.
2020 में आम आदमी पार्टी ने 70 में से 62 सीटों पर दिखाया दम
दिल्ली में 2020 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने कुल 70 विधानसभा सीटों से 62 पर पूरे हनक के साथ अपना दम दिखाते हुए जीत दर्ज की. इसके विपरीत, उसके प्रमुख प्रतिद्वंद्वी भारतीय जनता पार्टी को केवल आठ सीटों से संतोष करना पड़ा. मजा तो यह कि देश की जिस पुरानी पार्टी और दिल्ली पर 15 सालों तक एकछत्र राज करने वाली कांग्रेस पार्टी का 2015 में सूपड़ा साफ हो गया था, इस बार के चुनाव में भी उसके खुर्राट धुरंधरों ने पुरानी परंपरा को बरकरार रखा. इस बार के चुनाव में सत्तासीन आम आदमी पार्टी को 53.57 फीसदी वोट मिले, जबकि उसके प्रबल प्रतिद्वंद्वी भारतीय जनता पार्टी को 38.51 फीसदी वोट प्राप्त हुआ. इन दोनों दलों से इतर देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस को 4.26 फीसदी मतों से ही संतोष करना पड़ा, जो 2015 के 9.65 फीसदी वोट से 5.39 फीसदी कम है.
2020 के चुनाव में भी दिल्ली के मतदाताओं ने आप के इन युवा तुर्कों पर दोबारा जताया भरोसा
नरेला : शरद कुमार
बुराड़ी : संजीव झा
तिमारपुर : दिलीप पांडेय
आदर्श नगर : पवन शर्मा
बादली : अजेश यादव
रिठाला : मोहिंदर गोयल
बवाना (सु) : जय भगवान
मुंडका : धर्मपाल लकड़ा
किराड़ी : रितुराज गोविंद
सुल्तानपुर माजरा (सु) : मुकेश अहलवात
नांगलोई जाट : रघुविंदर शौकीन
मंगोलपुरी (सु) : राखी बिड़ला
शालीमार बाग : बंदना कुमारी
शकूरबस्ती : सत्येंद्र जैन
त्रिनगर : प्रीति तोमर
मॉडल टाउन : अखिलेशपति त्रिपाठी
सदर बाजार : सोमदत्त
चांदनी चौक : प्रह्लाद सिंह साहनी
मटिया महल : शोएब इकबाल
बल्लीमारान : इमरान हुसैन
करोल बाग (सु) : विशेष रवि
पटेल नगर (सु) : राजकुमार आनंद
मोतीनगर : शिवचरण गोयल
मादीपुर (सु) : गिरीश सोनी
राजौरी गार्डन : ए धनवती चंदीला
हरिनगर : राजकुमारी ढिल्लों
तिलक नगर : जरनैल सिंह
जनकपुरी : राजेश ऋषि
विकासपुरी : महेंद्र यादव
उत्तम नगर : नरेश बलयान
द्वारका : विनय मिश्रा
मटियाला : गुलाब सिंह
नजफगढ़ : कैलाश गहलोत
बिजवासन : भूपिंदर सिंह जून
पालम : भावना गौड़
दिल्ली कैंट : विरेंद्र सिंह कादयान
राजेंद्र नगर : राघव चड्ढा
नयी दिल्ली : अरविंद केजरीवाल
जंगपुरा : प्रवीण कुमार
कस्तूरबा नगर : मदन लाल
मालवीय नगर : सोमनाथ भारती
आरके पुरम : प्रमीला टोकस
मेहरौली : नरेश यादव
छतरपुर : करतार सिंह तंवर
देवली (सु) : प्रकाश जरवाल
अंबेडकर नगर (सु) : अजय दत्त
संगम विहार : दिनेश मोहनिया
ग्रेटर कैलाश : सौरभ भारद्वाज
कालकाजी : अतीशी
तुगलकाबाद : सहीराम
बदरपुर : रामसिंह नेताजी
ओखला : अमानतुल्ला खान
त्रिलोकपुरी : रोहित कुमार
कोंडली (सु) : कुलदीप कुमार
पटपड़गंज : मनीष सिसोदिया
लक्ष्मी नगर : नितिन त्यागी
कृष्णा नगर : एडवोकेट एसके बग्गा
शाहदरा : रामनिवास गोयल
सीमापुरी (सु) : राजेंद्र पाल गौतम
सीलमपुर : अब्दुल रहमान
बाबरपुर : गोपाल राय
गोकलपुरी (सु) : सुरेंद्र कुमार
मुस्तफाबाद : हाजी युनूस
2015 में आम आदमी पार्टी ने 70 में से 67 सीटों पर लहराया था परचम
2015 के चुनाव में आम आदमी पार्टी ने दिल्ली के 70 विधानसभा सीटों में से 67 पर अपनी जीत का खम गाड़ा था. इस चुनाव में विभिन्न राजनीतिक दलों के कुल 673 प्रत्याशियों ने चुनावी मैदान में ताल ठोका था, जिसमें 66 महिलाएं भी शामिल हैं. चुनाव में 70 विधानसभा सीटों में 58 सामान्य सीट और 12 सुरक्षित सीटों के लिए 1,33,13,295 में से 89,42,372 मतदाताओं ने 12,177 बूथों पर अपने-अपने मताधिकार का प्रयोग किये, जिसमें 48,78,397 यानी 54.34 फीसदी मतदाताओं ने आम आदमी पार्टी के पक्ष में अपना मतदान किया. वहीं, प्रमुख प्रतिद्वंद्वदी पार्टियों में भाजपा को 28,90,485 यानी कुल मतदान का 32.19 फीसदी वोट मिला. इस चुनाव में देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस 86,68,14 यानी 9.65 फीसदी वोट पाकर छठे स्थान पर रही थी. इस चुनाव में सबसे अधिक करारी शिकस्त का सामना कांग्रेस को ही करना पड़ा था. इस परंपरा को उसने पांच साल बाद 2020 में भी जारी रखा. गौर करने वाली बात यह है कि वर्ष 2015 के विधानसभा चुनाव में दिल्ली के मतदाताओं ने आम आदमी पार्टी के युवा तुर्कों को सबसे अधिक पसंद किया था और इस बार 2020 के चुनाव में भी उन्होंने युवाओं को ही तवज्जो दी है.
2015 में आप के टिकट पर इन युवा तुर्कों ने दर्ज की थी जीत
नरेला : शरद कुमार
बुराड़ी : संजीव झा
तिमारपुर : पंकज पुष्कर
आदर्श नगर : पवन कुमार शर्मा
बादली : अजेश यादव
रिठाला : मोहिंदर गोयल
बवाना (सु) : वेद प्रकाश
मुंडका : सुखवीर सिंह
किराड़ी : रितुराज गोविंद
सुल्तानपुर माजरा (सु) : संदीप कुमार
नांगलोई जाट : रघुविंदर शौकीन
मंगोलपुरी (सु) : राखी बिड़ला
शालीमार बाग : बंदना कुमारी
शकूरबस्ती : सत्येंद्र जैन
त्रिनगर : जितेंदर सिंह तोमर
वजीरपुर : राजेश गुप्ता
मॉडल टाउन : अखिलेशपति त्रिपाठी
सदर बाजार : सोम दत्त
चांदनी चौक : अल्का लांबा
मटिया महल : असीम अहमद खान
बल्लीमारान : इमरान हुसैन
करोलबाग (सु) : विशेष रवि
पटेल नगर (सु) : हजारीलाल चौहान
मोती नगर : शिवचरण गोयल
मादीपुर (सु) : गिरीश सोनी
हरिनगर : जगदीप सिंह
तिलक नगर : जरनैल सिंह
जनकपुरी : राजेश ऋषि
विकासपुरी : महिंदर यादव
उत्तम नगर : नरेश बलयान
द्वारका : आदर्श शास्त्री
मटियाला : गुलाब सिंह
नजफगढ़ : कैलाश गहलोत
बिजवासन : कर्नल देविंदर सहरावत
पालम : भावना गौड़
दिल्ली कैंट : सुरेंदर सिंह
राजेंद्र नगर : विजेंदर गर्ग विजय
नयी दिल्ली : अरविंद केजरीवाल
जंगपुरा : प्रवीण कुमार
कस्तुरबा नगर : मदन लाल
मालवीय नगर : सोमनाथ भारती
आरके पुरम : प्रमीला टोकस
मेहरौली : नरेश यादव
छतरपुर : करतार सिंह तंवर
देवली (सु) : प्रकाश
अंबेडकर नगर (सु) : अजय दत्त
संगम विहार : दिनेश मोहनिया
ग्रेटर कैलाश : सौरभ भारद्वाज
कालकाजी : अवतार सिंह कालकाजी
तुगलकाबाद : सही राम
बदरपुर : नारायण दत्त शर्मा
ओखला : अमानतुल्ला खान
त्रिलोकपुर (सु) : राजू धिंगान
कोंडली (सु) : मनोज कुमार
पटपड़गंज : मनीष सिसोदिया
लक्ष्मी नगर : नितिन त्यागी
कृष्णा नगर : एडवोकेट एसके बग्गा
गांधी नगर : अनिल कुमार वाजपेयी
शाहदरा : रामनिवास गोयल
सीमापुरी (सु) : राजेंद्र पाल गौतम
रोहतास नगर : सरिता सिंह
सीलमपुर : मोहम्मद इशराक
घोंडा : श्रीदत्त शर्मा
बाबरपुर : गोपाल राय
गोकलपुरी (सु): फतेह सिंह
करावल नगर : कपिल मिश्रा