Pulwama Attack का एक साल : शहादत की बरसी पर CRPF ने कुछ इस तरह से किया सलाम
Pulwama Attack_’तुम्हारे शौर्य के गीत, कर्कश शोर में खोये नहीं. गर्व इतना था कि हम देर तक रोये नहीं’….इन्हीं पंक्तियों के साथ सीआरपीएफ ने अपने उन 40 जवानों को याद किया जो आज ही के दिन पाक समर्थित आतंकवादी हमले में शहीद हो गये थे. जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी 2019 को हुए हमले […]
Pulwama Attack_’तुम्हारे शौर्य के गीत, कर्कश शोर में खोये नहीं. गर्व इतना था कि हम देर तक रोये नहीं’….इन्हीं पंक्तियों के साथ सीआरपीएफ ने अपने उन 40 जवानों को याद किया जो आज ही के दिन पाक समर्थित आतंकवादी हमले में शहीद हो गये थे. जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी 2019 को हुए हमले ने देश को न थर्रा दिया था.
एक साल पहले के इस दिन का इतिहास जम्मू-कश्मीर की एक बड़ी दुखद घटना के रूप में दर्ज है. पुलवामा हमला एक ऐसी हृदय विदारक घटना थी जिसने पूरे देश को शोक संतप्त किया और कश्मीर में पाक समर्थित आतंकवाद की दुनिया के सभी देशों ने कड़ी आलोचना की. पुलवामा में हुए आतंकी हमले की आज पहली बरसी है और देश शहीद जवानों को सलाम कर रहा है.
"तुम्हारे शौर्य के गीत, कर्कश शोर में खोये नहीं।
गर्व इतना था कि हम देर तक रोये नहीं।"WE DID NOT FORGET, WE DID NOT FORGIVE: We salute our brothers who sacrificed their lives in the service of the nation in Pulwama. Indebted, we stand with the families of our valiant martyrs. pic.twitter.com/GfzzLuTl7R
— 🇮🇳CRPF🇮🇳 (@crpfindia) February 13, 2020
आज सीआरपीएफ ने ट्वीट कर लिखा, ‘तुम्हारे शौर्य के गीत, कर्कश शोर में खोये नहीं. गर्व इतना था कि हम देर तक रोये नहीं.’ आगे लिखा गया, ‘हमने भूला नहीं, हमने छोड़ा नहीं. हम अपने भाईयों को सलाम करते हैं, जिन्होंने पुलवामा में देश के लिए जान दी. हम उनके परिवारों के साथ कंधे से कंधा लगाकर खड़े हैं.
वैसे तो 14 फरवरी को ‘वैलेंटाइन डे’ यानी कि प्रेम दिवस मनाया जाता है, लेकिन पिछले साल आतंकियों ने अपने नापाक इरादे पूरे करने के लिए यही दिन चुना. जब देश के शहरों में वैलेंटाइन डे मनाया जा रहा था तब पुलवामा ) में पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों ने देश के सुरक्षाकर्मियों पर कायराना हमला किया.
कश्मीर के पुलवामा जिले में जैश-ए-मोहम्मद के एक आतंकवादी ने विस्फोटकों से लदे वाहन से सीआरपीएफ जवानों की बस को टक्कर मार दी. इसमें 40 जवान शहीद हो गए और कई गंभीर रूप से घायल हो गए. यह आत्मघाती हमला सुरक्षाबलों पर अब तक यह सबसे बड़ा आतंकी हमला था.