कब और कैसे बनेगा राम मंदिर, राम मंदिर ट्रस्‍ट की पहली बैठक आज, हो सकती है कोई बड़ी घोषणा

नयी दिल्ली : अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए गठित राम मंदिर ट्रस्ट की बुधवार को दिल्ली में अहम बैठक होगी. माना जा रहा है कि महंत नृत्य गोपाल दास और चंपत राय दोनों नये ट्रस्ट में मनोनीत किये जा सकते हैं. ट्रस्ट के सभी सदस्य दिल्ली पहुंच चुके हैं और बुधवार को रामलला […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 19, 2020 6:12 AM
नयी दिल्ली : अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए गठित राम मंदिर ट्रस्ट की बुधवार को दिल्ली में अहम बैठक होगी. माना जा रहा है कि महंत नृत्य गोपाल दास और चंपत राय दोनों नये ट्रस्ट में मनोनीत किये जा सकते हैं. ट्रस्ट के सभी सदस्य दिल्ली पहुंच चुके हैं और बुधवार को रामलला के वकील रहे केशवन अय्यंगार परासरण के ग्रेटर कैलाश स्थित घर पर ट्रस्ट की पहली बैठक होगी.
बैठक का मुख्य एजेंडा मंदिर निर्माण की तिथि और तौर-तरीकों के साथ-साथ, नये सदस्यों का चुनाव होगा. साथ ही मंदिर निर्माण के लिए चंदा लेने का स्वरूप क्या हो, इस पर भी चर्चा की जायेगी. सूत्रों के मुताबिक, राम मंदिर बनाने के साथ ही ट्रस्ट बृहद राम कॉम्प्लेक्स बनाने पर भी विचार करेगी. इसके लिए ट्रस्ट की पहली बैठक में और जमीन लेने पर विचार किया जायेगा, ताकि मंदिर का कैंपस सरयू तक पहुंच सके. इसके साथ ही ट्रस्ट की पहली बैठक में अयोध्या के मास्टर प्लान बनाने पर भी चर्चा होगी.
25 मार्च से आठ अप्रैल के बीच भूमि पूजन पर चर्चा
ट्रस्ट सूत्रों का कहना है की भूमि पूजन 25 मार्च से 8 अप्रैल के बीच हो जायेगा, लेकिन निर्माण कार्य शुरू करने में अभी वक्त लगेगा. बता दें कि ट्रस्ट पूरे जमीन की पैमाइश कराने, उसका समतलीकरण कराने के साथ-साथ मंदिर निर्माण स्थल की मिट्टी जांच कराने के लिए भूगर्भशास्त्रियों की राय लेने और वास्तुशास्त्रियों से राय लेने की अपनी प्रक्रिया शुरू कर चुका है.
अयोध्या बनेगी स्मार्ट सिटी 500 करोड़ से बनेगा एयरपोर्ट
यूपी में वर्ष 2020-21 के लिए पेश बजट में धार्मिक स्थलों पर विशेष ध्यान दिया गया है. इसमें अयोध्या को स्मार्ट सिटी की तर्ज पर विकसित किये जाने की बात कही गयी है. अयोध्या में उच्च स्तरीय पर्यटक अवस्थापना सुविधाओं के विकास के लिए 85 करोड़ का आवंटन किया गया है. तुलसी स्मारक भवन के लिए 10 करोड़ रुपये आवंटित किये गये हैं. वहीं अयोध्या हवाई अड्डे के लिए 500 करोड़ रुपये प्रस्तावित किये गये हैं. वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर के लिए 200 करोड़ रुपये का भी प्रावधान किया गया है.
राम जन्मभूमि परिसर में नहीं है कोई कब्रिस्तान : प्रशासन
श्रीराम जन्मभूमि के लिए अधिग्रहीत 67 एकड़ भूमि के दायरे में कब्रिस्तान होने के नौ मुसलमानों के दावे को अयोध्या प्रशासन ने सिरे से नकार दिया है. गौरतलब है कि मुस्लिम पक्ष के वकील रहे एमआर शमशाद ने नौ मुसलमानों की तरफ से एक पत्र भेजकर यह दावा किया था. शमशाद ने अपने खत में दावा किया था कि जिस 67 एकड़ भूमि में राम मंदिर का निर्माण होने वाला है उसके 1480 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में मुसलमानों का कब्रिस्तान था.

Next Article

Exit mobile version