नयी दिल्ली : नेताजी सुभाष चंद्र बोस व पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी समेत पांच को भारत रत्न दिये जाने की अटकलों के बीच इसका विरोध और सियासत भी शुरू हो गयी है.
गृह मंत्रालय ने पांच भारत रत्न पदकों के लिए ऑर्डर पेश किया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस पर फैसला करेंगे और संभवत: स्वतंत्रता दिवस पर अपने भाषण में इसकी घोषणा करेंगे. इधर, नेताजी के प्रपौत्र चंद्र कुमार बोस ने दावा किया कि परिवार के अधिकतर सदस्य नेताजी को यह सम्मान देने के खिलाफ हैं. उनकी मांग है कि पहले उनके गायब होने की पहेली सुलझायी जाये. वहीं, कांग्रेस नेता ने राशिद अल्वी बसपा संस्थापक कांशीराम और अलीगढ़ मुसलिम विश्वविद्यालय के संस्थापक सर सैयद अहमद खान को भी देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिया जाना चाहिए.
कांग्रेस के ही मनीष तिवारी ने लिस्ट पर सवाल उठाते हुए कांग्रेस के संस्थापक रहे एओ ह्यूम, भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव, लाला लाजपत राय, रास बिहारी बोस, जनरल मोहन सिंह, एनी बेसेंट व गोपाल कृष्ण गोखले के नाम भी सुझाये हैं.
* कांशीराम, भगत सिंह को भी मिले : अल्वी
कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने कहा कि बसपा संस्थापक कांशीराम और अलीगढ़ मुसलिम विश्वविद्यालय के संस्थापक सर सैयद अहमद खान को भी देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिया जाना चाहिए. उन्होंने कहा : सुभाष चंद्र बोस को पुरस्कार दिया जाना चाहिए और अंडमान निकोबार द्वीपसमूह का नाम नेताजी के नाम पर रखा जाना चाहिए, क्योंकि उन्होंने द्वीपसमूह को मुख्य धरती को आजादी मिलने से काफी पहले स्वतंत्रता दिलायी थी. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र और हरियाणा समेत चार राज्यों में आगामी विधानसभा चुनाव के बाद पुरस्कारों की घोषणा की जानी चाहिए, ताकि किसी भी राजनीति से बचा जा सके. अल्वी ने कहा कि वह इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिख रहे हैं.
इस बीच, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी ने भारत रत्न के लिए भगत सिंह, राजगुर और लाला लाजपत राय समेत अन्य महान स्वतंत्रता सेनानियों के नामों पर विचार करने की मांग की. उन्होंने ट्विटर पर लिखा, ह्यअगर सरकार भारत रत्न के लिए ऐतिहासिक रास्ते पर जा रही है, तो उसे भगत सिंह, राजगुर, सुखदेव, लाला लाजपत राय के नामों पर भी विचार करना चाहिए. उन्होंने आइएनए के संस्थापकों रास बिहारी बोस, कैप्टन मोहन सिंह, एनी बेसेंट और एओ ह्यूम तथा गोपाल कृष्ण गोखले का नाम भी सुझाया.