कर्नाटकः लिंगायत मठ में मुख्य पुजारी के पद पर मुस्लिम युवक की नियुक्ति, इष्ट लिंग धारण किया
हुबली : एक ओर जहां देश भर में हिंदू-मुस्लिम के बीच दीवार खड़ी करने की कोशिश हो रही है, वहीं लिंगायत मठ ने परंपराओं को तोड़ते हुए एक 33 वर्षीय मुस्लिम युवक को अपने मठ का प्रधान पुजारी नियुक्त किया है. दीवान शरीफ मुल्ला को मुरुगराजेंद्र कोरानेश्वरा शांतिधाम मठ में प्रधान पुजारी नियुक्त किया गया […]
हुबली : एक ओर जहां देश भर में हिंदू-मुस्लिम के बीच दीवार खड़ी करने की कोशिश हो रही है, वहीं लिंगायत मठ ने परंपराओं को तोड़ते हुए एक 33 वर्षीय मुस्लिम युवक को अपने मठ का प्रधान पुजारी नियुक्त किया है.
Karnataka: A 33-year-old Muslim man, Dewan Sharief Mullah, is all set to become a seer at Muruga Rajendra Mutt, in Gadag. He was ordained by Sri Murugarajendra Koraneswara Swami of the mutt. Sharief says "Nobody asked me to do it, the almighty came in my mind & guided me." (19.2) pic.twitter.com/2zZHwJAvSN
— ANI (@ANI) February 20, 2020
दीवान शरीफ मुल्ला को मुरुगराजेंद्र कोरानेश्वरा शांतिधाम मठ में प्रधान पुजारी नियुक्त किया गया है. दीवान ने कहा कि किसी ने मुझसे ऐसा करने के लिए नहीं कहा, मेरे दिमाग में सर्वशक्तिमान आये और उन्होंने ही मेरा मार्गदर्शन किया.
उन्होंने मुझे पवित्र धागा दिया और मुझे जिम्मेदारी दी. उन्होंने मुझे इष्ट लिंग सौंपा और यह सम्मान दिया. मैंने इष्ट लिंग को धारण कर लिया है. मैं धर्म मार्ग पर चलूंगा और प्रेम का संदेश फैलाऊंगा.लिंगायत मत प्राचीनतम सनातन हिंदू धर्म का एक हिस्सा है. इस मत के ज्यादातर अनुयायी दक्षिण भारत में हैं. यह मत भगवान शिव की आराधना करना है. कर्नाटक में इनका मठ है.