ओवैसी के मंच से महिला ने लगाया ”पाकिस्तान जिंदाबाद” का नारा : VIDEO
बेंगलुरु : WATCH woman anti-CAA-NRC rally Bengaluru raised slogan Pakistan zindabad संशोधित नागरिकता कानून (सीएए), राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) के विरोध में यहां गुरुवार को एक कार्यक्रम में एक महिला ने एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी की मौजूदगी में ‘पाकिस्तान जिन्दाबाद’ का नारा लगाया. हालांकि ओवैसी ने महिला के इस […]
बेंगलुरु : WATCH woman anti-CAA-NRC rally Bengaluru raised slogan Pakistan zindabad संशोधित नागरिकता कानून (सीएए), राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) के विरोध में यहां गुरुवार को एक कार्यक्रम में एक महिला ने एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी की मौजूदगी में ‘पाकिस्तान जिन्दाबाद’ का नारा लगाया.
हालांकि ओवैसी ने महिला के इस कृत्य की निन्दा करते हुए कहा, ‘हम भारत के लिए हैं.’ ‘संविधान बचाओ’ बैनर के तहत आयोजित कार्यक्रम के आयोजकों ने ओवैसी के मंच पर पहुंचने के बाद अमुल्या नाम की इस महिला को भीड़ को संबोधित करने के लिए आमंत्रित किया.
Case registered under Sec124A (Offence of sedition) of the Indian Penal Code against Amulya, the woman who raised 'Pakistan zindabad' slogan at anti-CAA rally in Bengaluru today. Police to interrogate her. She will be produced before a court after her interrogation. https://t.co/SLjwmVQsBG
— ANI (@ANI) February 20, 2020
महिला ने वहां उपस्थित लोगों से अपने साथ ‘पाकिस्तान जिन्दाबाद’ का नारा लगाने को कहा. इस पर ओवैसी उससे माइक छीनने के लिए बढ़े और अन्य लोग भी महिला को हटाने की कोशिश करने लगे, लेकिन महिला अड़ी रही और बार-बार दोहराते हुए ‘पाकिस्तान जिन्दाबाद’ कहा. बाद में, पुलिस आगे बढ़ी और महिला को मंच से हटा दिया.
इसके बाद ओवैसी ने लोगों को संबोधित किया और कहा कि वह महिला से सहमत नहीं हैं. उन्होंने कहा, ‘न तो मेरा और न ही मेरी पार्टी का इस महिला से कोई संबंध है. आयोजकों को उसे यहां नहीं बुलाना चाहिए था. यदि मुझे यह पता होता तो मैं यहां नहीं आता. हम भारत के लिए हैं और हम किसी भी तरह दुश्मन देश का समर्थन नहीं करते.
हमारा पूरा आंदोलन भारत को बचाने के लिए है. वहीं, जद (एस) के पार्षद इमरान पाशा ने दावा किया कि महिला को कार्यक्रम में खलल डालने के लिए प्रतिद्वंद्वी समूह ने भेजा था. उन्होंने कहा कि महिला वक्ताओं की सूची में शामिल नहीं थी और पुलिस को मामले की जांच गंभीरता से करनी चाहिए.