महाराष्ट्र, हरियाणा विस चुनाव में कांग्रेस का सूपड़ा साफ:एबीपी न्यूज-नील्सन सर्वे
महाराष्ट्र, हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए एबीपी न्यूज-नील्सन का सर्वे नयी दिल्ली : लोकसभा चुनाव में शानदार सफलता के बाद अब राज्यों में भी मोदी का जादू सिर चढ़ कर बोलेगा. एबीपी न्यूज-नील्सन के सर्वे के मुताबिक, हरियाणा और महाराष्ट्र में होनेवाले विधानसभा चुनावों में भाजपा की आंधी चलेगी. महाराष्ट्र में कांग्रेस-एनसीपी और हरियाणा में […]
महाराष्ट्र, हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए एबीपी न्यूज-नील्सन का सर्वे
नयी दिल्ली : लोकसभा चुनाव में शानदार सफलता के बाद अब राज्यों में भी मोदी का जादू सिर चढ़ कर बोलेगा. एबीपी न्यूज-नील्सन के सर्वे के मुताबिक, हरियाणा और महाराष्ट्र में होनेवाले विधानसभा चुनावों में भाजपा की आंधी चलेगी.
महाराष्ट्र में कांग्रेस-एनसीपी और हरियाणा में कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो जायेगा. हरियाणा में भाजपा अकेले दम पर भी सरकार बनाने की स्थिति में होगी. महाराष्ट्र में कांग्रेस को महज 55 तो हरियाणा में छह सीटों पर संतोष करना पड़ सकता है. वहीं, महाराष्ट्र में भाजपा को 122, शिव सेना को 82, आरपीआइ को तीन और एसडब्ल्यूपी को तीन सीटें मिल सकती हैं इस तरह भाजपा नीत एनडीए गंठबंधन को 210 सीटें मिलती दिख रही हैं.
महाराष्ट्र में 54 फीसदी लोगों के लिए महंगाई सबसे बड़ा मुद्दा है, तो 33 फीसदी लोगों की नजर में भ्रष्टाचार बड़ा मुद्दा है. हालांकि, भाजपा-शिव सेना की सरकार बनने की स्थिति में मुख्यमंत्री किस पार्टी का होगा, इस विषय में लोगों से पूछा गया, तो 43 फीसदी ने कहा कि भाजपा का मुख्यमंत्री होना चाहिए, जबकि 26 फीसदी ने कहा कि शिव सेना से सीएम बनेगा.
वहीं, 30 फीसदी लोगों ने कहा कि वे कह नहीं सकते कि कौन सीएम बनेगा. ज्ञात हो कि 2009 के विधानसभा चुनाव में महाराष्ट्र में कांग्रेस को 82, एनसीपी को 62, भाजपा को 46, शिव सेना को 45, एमएनएस को 12 और अन्य को 40 सीटें मिलीं थीं. सर्वे के मुताबिक, मुख्यमंत्री पद के लिए सबसे लोकप्रिय प्रत्याशी कांग्रेस के पृथ्वीराज चव्हाण ही हैं. इन्हें 21 फीसदी लोग पसंद करते हैं. शिवसेना के उद्धव ठाकरे को 18 और भाजपा के देवेंद्र फडनीस को 16 फीसदी लोग पसंद कर रहे हैं.
अकेले लड़ें, तो भाजपा सबसे आगे
– सर्वे कहता है कि यदि महाराष्ट्र में सभी दल अकेले चुनाव लड़ें, तो कांग्रेस को 45, एनसीपी को 38, भाजपा को 112, शिव सेना को 62, एसडब्लूपी को एक, एमएनएस को 11 और अन्य को 19 सीटें मिल सकती हैं.
– यदि भाजपा, एनसीपी और एमएनएस का गंठबंधन होता है, तो कांग्रेस को 35, भाजपा, एमएनएस और एनसीपी के गंठबंधन को 200, शिव सेना को 40, आरपीआइ और अन्य को 13 सीटें मिल सकती हैं.