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”इबोला” बीमारी ने दिया भारत में दस्‍तक,मुंबई से सटे वसई में मिला संदिग्‍ध मरीज

मुबई: दुनिया में दहशत बन चुका इबोला बीमारी अब भारत में भी दस्‍तक दे दिया है. विश्व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन द्वारा घोषित विश्व स्‍वास्‍थ्‍य आपदा इबोला का एक संदिग्‍ध मरीज मुंबई से सटे वसई में मिला है. इबोला का संदिग्‍ध को अभी अस्‍तपाल में भर्ती कराया गया है. जहां उसकी इलाज चल रही है. बताया जा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 11, 2014 11:16 AM

मुबई: दुनिया में दहशत बन चुका इबोला बीमारी अब भारत में भी दस्‍तक दे दिया है. विश्व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन द्वारा घोषित विश्व स्‍वास्‍थ्‍य आपदा इबोला का एक संदिग्‍ध मरीज मुंबई से सटे वसई में मिला है. इबोला का संदिग्‍ध को अभी अस्‍तपाल में भर्ती कराया गया है. जहां उसकी इलाज चल रही है. बताया जा रहा है कि 30 साल का युवक नाइजीरिया से काम कर लौट रहा था.

हालांकि उस शख्‍स में इबोला का कोई वायरस नहीं मिला है. लेकिन फिर भी उसे अलग रखा गया है. और अस्‍पताल के डॉक्‍टर उसपर विशेष नजर रखे हुए हैं. इससे पहले भी गिनी से आये शख्‍स पर इबोला का विषाणु होने का शक जाहिर किया गया था. संदेह के बाद उस शख्‍स को चेन्‍नई के अस्‍तपाल में भर्ती कराया गया था. हालांकि बाद में उसमें कुछ वायरस नहीं मिलने पर छूट्टी कर दिया गया.

* डॉहर्षवर्द्धनने जारी किया हेल्‍पलाइन नंबर

इस बीमारी से देश को अछूता रखने के ख्‍याल से केंद्रीय स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री हर्षवर्द्धन ने हेल्‍पलाइन नंबर जारी किया है. साथ ही इसके इलाज के लिए दिल्‍ली के राम मनोहर लोहिया अस्‍पताल को तैयार किया है. स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय ने एक बयान जारी कर बताया कि इबोला से संक्रमित सभी रोगियों का इलाज राम मनोहर में ही किया जाएगा.

स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय ने 011-23061469, 3205 और 1302 नंबर जारी किया है जो कि चौबीसों घंटे चालू रहेगा. डॉ हर्षवर्द्धन ने बताया कि अभी तक इबोला से ग्रसित कोई भी व्‍यक्ति देश में नहीं मिला है. हालांकि इससे निपटने के लिए हर तरह की तैयारी की जा चुकी है.

* इबोला से पश्चिमी अफ्रीकी में आतंक

इबोला वायरस से सबसे ज्‍यादा खतरा पश्चिमी अफ्रीकी में देखा गया. इबोला को लेकर लाइबेरिया के राष्ट्रपति ने आपातकाल की घोषणा भी कर दी है. इस बीमारी से लाइबेरिया में अब तक 282 लोगों की मौत हो चुकी है. लाइबेरिया इस बीमारी से बचाव के लिए हरसंभव कोशिश कर रहा है. सरकार के साथ- साथ स्वास्थ विभाग भी इस बीमारी को लेकर चिंता में है.

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