नयी दिल्ली : केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा में कहा कि वह शरणार्थियों का जीवन व्यतीत कर रहे कश्मीरी पंडितों की घर वापसी के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं. सुझाव दिया कि इस बारे में संसद को प्रस्ताव भी पारित करना चाहिए.
सिंह ने लोकसभा में कौसर नाग यात्रा और कश्मीरी पंडितों के पुनर्वास के बारे में पेश ध्यानाकर्षण प्रस्ताव का जवाब दे रहे थे. उन्होंने कहा कि यह हिंदू-मुसलमान या जाति पंथ का मामला नहीं है, बल्कि यह इंसानियत, इंसाफ और जज्बात का मामला है. राजनाथ ने कहा, मैं तो कहूंगा कि हिंदू, मुसलमान, ईसाई, पारसी और सिख कोई भी अपने ही देश में शरणार्थी बन कर रहे तो इससे बड़ी व्यथा और हो ही नहीं सकती.
पंडितों के बारे में भी प्रस्ताव पारित कर प्रतिबद्धता जतानी चाहिए कि एक-एक नागरिक, जो शरणार्थी की जिंदगी जीने को बाध्य है, जब तक उसकी घर वापसी नहीं होगी, चैन की नींद नहीं आयेगी. यह देशवासियों का संकल्प लेना चाहिए.