मोबाइल रखना और जींस पहनना लडकियों का मौलिक अधिकार:खाप पंचायत

जींद:हरियाणा की कंडेला खाप के प्रधान और पंचायतों के राष्ट्रीय संयोजक टेकराम कंडेला ने कहा कि जींस पहनना और मोबाइल रखना लड़कियों के मौलिक अधिकार में आता है. इस स्थिति में किसी के पहनावे और मोबाइल पर खाप प्रतिबंध नहीं लगाती है. हरियाणा में इस खाप पंचायत का अलग ही महत्व है. इससे पहले खाप […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 12, 2014 12:24 PM

जींद:हरियाणा की कंडेला खाप के प्रधान और पंचायतों के राष्ट्रीय संयोजक टेकराम कंडेला ने कहा कि जींस पहनना और मोबाइल रखना लड़कियों के मौलिक अधिकार में आता है. इस स्थिति में किसी के पहनावे और मोबाइल पर खाप प्रतिबंध नहीं लगाती है. हरियाणा में इस खाप पंचायत का अलग ही महत्व है.

इससे पहले खाप पंचायत ने हरियाणा के कई हिस्सों में लड़कियों के जींस पहनने और मोबाइल इस्तेमाल पर पाबंदी लगा दी थी.हालांकि कंडेला ने यह भी कहा कि लडकियों को समाज को देखकर ही कपड़े पहनना चाहिए. पंचायतों को ऐसे किसी प्रकार के फैसले नहीं लेने चाहिए जिससे लोगों के मौलिक अधिकारों का हनन हो.

गौरतलब है कि इससे पहले मुजफ्फरनगर में गुर्जर समदाय की पंचायत ने विवाहित युवतियों के जींस पहनने तथा मोबाइल पर रोक लगाने की बात कही गई थी.

पंचायत ने कहा था कि इससे समाज पर बुरा असर पड़ता है और छेड़खानी की घटनाएं बढ़ती हैं. कंडेला इस बात से सहमत नहीं है.

इसे कंडेला ने गलत बताया और कहा कि हमें किसी के मौलिक अधिकार के हनन का हक नहीं है. हर व्यक्ति को पूरी तरह स्वतंत्र रहकर पहनावा पहनने की इजाजत हैं लेकिन सामाजिक दृष्टिकोण से वह पहनावा गलत नहीं होना चाहिए.

उन्होंने कहा कि कई बार लडकियां भड़काऊ कपडे पहन लेती हैं लेकिन सामाजिक मर्यादा में रहते हुए ही लड़कियों को कपडे पहनना चाहिए. इस प्रकार के प्रतिबंध लगाने से कभी अपराध नहीं रुकते. अपराध तो केवल आत्मबल तथा सामाजिक नीतियों को निभाने से ही रुक सकते हैं.

उन्होंने कहा कि खाप पंचायत इस प्रकार के प्रतिबंध के बजाय अलग-अलग कमेटियां गठित कर लोगों को जागरुक करें ताकि बलात्कार एवं छेडछाड की घटनाएं कम हो सकें.

इसके साथ, कंडेला ने कहा कि हरियाणा में आने वाले कुछ दिनों में होने वाले विधानसभा चुनावों में खाप पंचायतें महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी.

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