राज्‍यसभा में उठी महिला न्यायाधीश के आरोप के जांच की मांग

नयी दिल्‍ली: आज राज्यसभा में मनोनीत सदस्य व प्रख्यात कानूनविद के.टी.एस. तुलसी ने मध्‍यप्रदेश में महिला न्यायाधीश द्वारा उच्च न्यायालय के एक वरिष्ठ न्यायाधीश पर गंभीर आरोप के जांच की मांग की है. तुलसी ने रास में इस मामले की जांच कराने और दोषी पक्ष के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की. शून्यकाल में तुलसी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 12, 2014 1:53 PM

नयी दिल्‍ली: आज राज्यसभा में मनोनीत सदस्य व प्रख्यात कानूनविद के.टी.एस. तुलसी ने मध्‍यप्रदेश में महिला न्यायाधीश द्वारा उच्च न्यायालय के एक वरिष्ठ न्यायाधीश पर गंभीर आरोप के जांच की मांग की है. तुलसी ने रास में इस मामले की जांच कराने और दोषी पक्ष के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की.

शून्यकाल में तुलसी ने यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि गत दिनों मध्यप्रदेश की एक महिला न्यायाधीश ने उच्च न्यायालय के एक न्यायाधीश के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए थे. इस महिला न्यायाधीश की वार्षिक गोपनीय रिपोर्ट जनवरी 2014 तक उत्कृष्ट थी.

उन्होंने कहा कि इस महिला ने आरोप लगाया कि इस वरिष्ठ न्यायाधीश ने उसे अकेले अपने घर पर बुलाया और उससे आइटम नंबर पर डांस करने को कहा था. बाद में यह महिला अपने पति के साथ उस न्यायाधीश के घर गई.

तुलसी ने कहा कि इस महिला न्यायाधीश ने वरिष्ठ न्यायाधीश के खिलाफ 22 जून को शिकायत की और 8 जुलाई को उसका दूरदराज के क्षेत्र में तबादला कर दिया गया. चूंकि इस महिला न्यायाधीश की बच्ची बारहवीं कक्षा में पढ रही थी इसलिए तबादले के कारण होने वाली परेशानियों को देखते हुए उसने 15 जुलाई को इस्तीफा दे दिया.

तुलसी ने कहा कि इस मामले में पूरा देश सच्चाई जानना चाहता है. उन्होंने कहा कि अभी तक इस मामले में क्या कोई कार्रवाई की गई, क्या कोई जांच हुई और क्या कोई प्राथमिकी दर्ज की गई.

इस मामले पर अन्य सदस्यों ने भी खुद को संबद्ध करते हुए मामले की पूरी जांच कराने को कहा. हालांकि उपसभापति पी जे कुरियन ने कहा कि यह मामला भारत के प्रधान न्यायाधीश के समक्ष विचाराधीन है और हमें इस बारे में अनावश्यक टिप्पणी करने से बचना चाहिए.

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