थंबीदुरई का लोकसभा उपाध्यक्ष बनना तय
नयी दिल्लीः कांग्रेस समेत सभी प्रमुख दलों के समर्थन देने के साथ ही अन्नाद्रमुक के एम थम्बीदुरई का निर्विरोध लोकसभा उपाध्यक्ष चुना जाना तय हो गया है.67 वर्षीय अन्नाद्रमुक नेता आज की तय समय सीमा के भीतर नामांकन दाखिल करने वाले एकमात्र उम्मीदवार थे जिन्हें भाजपा और कांग्रेस सहित सत्ता पक्ष और विपक्ष के कुल […]
नयी दिल्लीः कांग्रेस समेत सभी प्रमुख दलों के समर्थन देने के साथ ही अन्नाद्रमुक के एम थम्बीदुरई का निर्विरोध लोकसभा उपाध्यक्ष चुना जाना तय हो गया है.67 वर्षीय अन्नाद्रमुक नेता आज की तय समय सीमा के भीतर नामांकन दाखिल करने वाले एकमात्र उम्मीदवार थे जिन्हें भाजपा और कांग्रेस सहित सत्ता पक्ष और विपक्ष के कुल 11 दलों का समर्थन हासिल था.निचले सदन के उपाध्यक्ष के रुप में थंबीदुरै की यह दूसरी पारी होगी क्योंकि इससे पूर्व वह 1985 में पहली बार इस पद के लिए चुने गए थे.
पांच बार निचले सदन के लिए चुने जा चुके थंबीदुरै तमिलनाडु में करुर निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं और लोकसभा में कांग्रेस के बाद उनकी पार्टी विपक्ष की दूसरी सबसे बडी पार्टी है. थंबीदुरै ऐसे समय में उपाध्यक्ष चुने जाएंगे जब कांग्रेस को विपक्ष के नेता का पद दिए जाने के मुद्दे पर अभी तक स्थिति साफ नहीं हुई है. कांग्रेस लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष का पद पाने के लिए जरुरी संख्या से 11 सदस्य कम होने के बावजूद 44 सदस्यों के साथ इस पद के लिए पुरजोर प्रयासों में जुटी है.
भाजपा और कांग्रेस के बाद 37 सांसदों के साथ अन्नाद्रमुक सदन में तीसरी सबसे बडी पार्टी है. थंबीदुरै के उपाध्यक्ष चुने जाने की चर्चाएं पिछले एक महीने से अधिक समय से जारी थी जब अन्नाद्रमुक प्रमुख और तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की थी.
थम्बीदुरई ने आज उपाध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल किया और उनके पहले नामांकन पत्र के प्रस्तावक गृह मंत्री राजनाथ सिंह और अनुमोदक विदेश मंत्री सुषमा स्वराज हैं.लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खडगे ने भी उनके नाम के प्रस्तावक के रुप में नामांकन पत्र दाखिल किया और ज्योतिरादित्य सिंधिया ने उसका अनुमोदन किया.
लोकसभा के उपाध्यक्ष का चुनाव कल होना था लेकिन किसी और द्वारा नामांकन पत्र नहीं दाखिल किए जाने से अब इसकी जरुरत नहीं रह गई है.आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि तेदेपा, शिवसेना, लोजपा जैसे राजग के सहयोगी और बीजद, टीआरएस, वाईएसआर कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस तथा सपा जैसे दलों ने भी उनके समर्थन में कम से कम आठ सेट नामांकन पत्र दाखिल किए.
इससे पहले आज थम्बीदुरई समेत अन्नाद्रमुक सांसदों ने संसदीय कार्य मंत्री एम वेंकैया नायडू से उनके कक्ष में मुलाकात की और वह इस पद के लिए सत्तारुढ पार्टी की पसंद के रुप में उभरे.