दिल्ली के 14 प्राइवेट अस्पतालों को कोविड अस्पताल में बदला गया, सर गंगाराम और संत स्टीफन भी शामिल
देश में कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर दिल्ली के 14 निजी अस्पताल जिसमें सर गंगा राम अस्पताल भी शामिल है उसे सिर्फ कोरोना मरीजों के लिए सुरक्षित कर दिया गया है. इनके अलावा संत स्टीफन अस्पताल, अपोलो अस्पताल और तीस हजारी अस्पताल को भी कोविड अस्पताल में बदल दिया गया है. यहां अब किसी और मरीज को एडमिट नहीं किया जायेगा.
देश में कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर दिल्ली के 14 निजी अस्पताल जिसमें सर गंगा राम अस्पताल भी शामिल है उसे सिर्फ कोरोना मरीजों के लिए सुरक्षित कर दिया गया है. इनके अलावा संत स्टीफन अस्पताल, अपोलो अस्पताल और तीस हजारी अस्पताल को भी कोविड अस्पताल में बदल दिया गया है. यहां अब किसी और मरीज को एडमिट नहीं किया जायेगा.
आज सुबह मुख्यमंत्री सचिवालय की बैठक हुई थी जिसके बाद यह निर्णय लिया गया. यह निर्णय मरीजों को हो रही बेड की कमी के मद्देनजर लिया गया है. साथ ही अन्य निजी अस्पतालों को यह निर्देश दिया गया है कि वे अपने 80 प्रतिशत बेड कोरोना मरीजों के लिए आरक्षित रखें.
यह आदेश आज शाम जारी किया गया है. गौरतलब है कि दिल्ली में पिछले 24 घंटे में 11,491 नये मामले सामने आये और 72 लोगों की मौत हुई है. बदहाल होती स्थिति से निपटने के लिए कोरोना अस्पतालों को लेकर आज यह निर्णय किया गया है.
महाराष्ट्र में लाॅकडाउन की तैयारी
महाराष्ट्र के मंत्री असलम शेख ने आज कहा कि प्रदेश में लाॅकडाउन को लेकर तैयारी पूरी कर ली गयी है. आम लोगों को किस चीज की इजाजत होगी और किस चीज की नहीं. उन्होंने कहा कि हम लोगों को पर्याप्त समय देंगे ताकि अगर वे कहीं आना-जाना चाहें तो जा-आ सकते हैं. हम उन्हें लाॅकडाउन से पहले पूरा समय देंगे ताकि वे मानसिक रूप से तैयार हो जायें.
मंत्री ने कहा कि आने वाले त्योहारों के मद्देनजर हमन सख्त गाइडलाइन तैयार किया है ताकि कोरोना को बढ़ने का मौका ना मिले. आज जो लोग कुंभ को इजाजत दे रहे हैं वे कभी कोरोना को बढ़ाने के लिए तबलीगी जमात को जिम्मेदार ठहरा रहे थे.
महाराष्ट्र में रेमडेसिवर इंजेक्शन के वितरण के लिए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने आदेश दिया है. उन्होंने नागपुर में इंजेक्शन के वितरण के लिए डीसी को आदेश दिया है. महाराष्ट्र में आज कोरोना के मामले में कमी देखी गयी है. कल 66 हजार से अधिक मामले सामने आये थे, जबकि आज 51 हजार से कुछ अधिक मामले सामने आये हैं.
Posted By : Rajneesh Anand